जिंदा जलाए गए लोग हिंदू थे? जानिए इस वायरल पोस्ट का सच
क्या हो रहा है वायरल: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC नेता की हत्या के बाद हिंसा भड़की और 10 लोगों जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई। अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी एक जगह जली हुई लाशों को रख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि बीरभूम हिंसा में जिंदा जलाए गए लोग हिंदू हैं।
और सच क्या है?
बीरभूम हिंसा की ग्राउंड रिपोर्ट कर रहे भास्कर संवाददाता ने हमें बताया कि ये वीडियो बीरभूम हिंसा में जिंदा जलाए गए लोगों का ही है। इस वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है।
भास्कर संवाददाता ने आगे बताया कि मारे गए सभी लोग मुस्लिम समुदाय के हैं और ये मामला सांप्रदायिक हिंसा का नहीं है। वहीं, उन्होंने हमें इस मामले से जुड़ी FIR की कॉपी भेजी।
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC नेता भादू शेख की सोमवार को बम मारकर हत्या कर दी गई थी। भादू शेख के समर्थकों ने सोना शेख नाम के शख्स के घर में 10 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया। इस मामले से जुड़ी ग्राउंड रिपोर्ट गुरुवार को भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर पब्लिश की थी।
पड़ताल के दौरान हमें बंगाल पुलिस के सोशल मीडिया अकाउंट पर इससे जुड़ा एक पोस्ट मिला।
बंगाल पुलिस ने वायरल पोस्ट का खंडन कर इसे फेक बताया है। बंगाल पुलिस ने लिखा- बीरभूम हिंसा में हिंदुओं के मारे जाने का दावा गलत है।
TMC नेता भादू शेख के साथ सोना शेख का झगड़ा पिछले एक साल से चल रहा था। सोमवार को बम से मारकर भादू शेख की हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद भादू शेख के समर्थकों ने सोना शेख के घर पर बम से हमला कर दिया। फिर आग लगा दी, जिसमें घर में छिपे 10 लोग जिंदा जल गए।
साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। बीरभूम हिंसा का मामला ना ही सांप्रदायिक है और ना ही हिंसा में मारे गए लोग हिंदू हैं।
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