टापू पर फंसे युवकों को कुशलतापूर्वक निकाला गया
टापू पर फंसे युवकों को कुशलतापूर्वक निकाला गया
मुकेश तिवारी
झांसी। एक बार फिर सेना लोगों के लिए मददगार बनी। सेना की मदद से चार युवकों की जान बचाई गई। चारों युवक पांच दिन से नदी में बढ़े जलस्तर के चलते टापू पर फंस गए थे जिन्हें सेना की मदद से हेलीकाप्टर से एयरलिफ्ट कर बचाया गया। सेना के रेस्क्यू का एक वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला बरुआसागर में उफनाई बेतवा नदी का है। यहां दो युवक 19 अगस्त को गए थे। इसी बीच अचानक मध्य प्रदेश से पानी खड़ेसर गांव से सटी बेतवा नदी पर 2 टापू बने हैं। बड़े टापू पर गांव के किसानों की 8 एकड़ जमीन है।
19 अगस्त को मनीराम और हरि खेत गए थे जबकि फूल सिंह उर्फ भूरे और अशोक मछली मारने गए थे। भूरे के पिता जमुना ने बताया कि 19 अगस्त को नदी का जलस्तर कम था, इसलिए बेटा भूरे और अशोक मछली पकड़ने के लिए छोटू टापू पर गए थे। खाने के लिए ढाई किलो आटा ले गए। शाम को नदी का जलस्तर एकदम बढ़ गया और दोनों टापू पर फंस गए। अशोक के पास मोबाइल नहीं था। भूरे के पास मोबाइल है लेकिन बारिश होने के कारण वह घर पर ही छोड़ गया था, इसलिए दोनों से 5 दिन से कोई संपर्क नहीं हो पाया। बुधवार को नदी का जलस्तर एकदम और बढ़ गया। इससे परिजन घबरा गए। भूरे भी नदी में कूदने वाला था लेकिन ग्रामीणों ने नदी किनारे से तौलिया हिलाकर उसे मना किया।
बुधवार को गांववालों की सूचना पर प्रशासन की टीम एक्टिव हुई। एनडीआरएफ बुलाई गई लेकिन रेस्क्यू नहीं कर सकी। अफसरों का कहना था कि नदी में बड़े-बड़े पत्थर है, इसलिए स्टीमर नहीं चल सकती। अगर स्टीमर नदी में उतारी तो फैन क्षतिग्रस्त हो सकता है, इसलिए स्टीमर का टापू तक जा पाना मुश्किल है। इसके बाद गुरुवार को सेना की टीम ने मोर्चा संभाला। सेना और एनडीआरएफ की टीम ने हेलीपैड के लिए जगह देखी। दोपहर 12 बजे हेलीपैड बनकर तैयार हो गया। इसके बाद सेना के दो हेलिकाप्टर मौके पर पहुंचे। छोटे टापू पर फंसे भूरे और अशोक को एयर लिफ्ट कर लिया गया जबकि बड़े टापू पर मनीराम और हरि फंसे हुए थे।
दोनों सेना के हेलिकाप्टर देखकर छुप गए। कुछ देर आसमान में मंडराने के बाद हेलिकाप्टर वापस हो गए। दोनों खेत छोड़कर वापस नहीं आना चाहते थे। डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी शिवहरी मीना ने फोन से मनीराम से बात की। डीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के कारण जलस्तर बढ़ रहा है। कब कम होगा, इसकी किसी को जानकारी नहीं है। अभी मौके पर हेलिकाप्टर है, आप लोग आ जाएं। आपके परिवार वाले बैठे हैं और रो रहे हैं। इसके बाद दोनों आने के लिए राजी हो गए और बोले कि टापू किनारे आकर कपड़ा हिला रहे हैं। थोड़ी देर बाद दोनों टापू के किनारे पहुंचे और कपड़े हिलाए। सेना के जवानों ने करीब सवा डेढ़ बजे दोनों का रेस्क्यू किया है।
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