कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा की ज्योति जलाने वाले शिक्षक को मिला राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार
कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा की ज्योति जलाने वाले शिक्षक को मिला राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार
अब्दुल शाहिद
बहराइच। महसी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बरूआ बेहड़ के शिक्षक पूरनलाल चौधरी को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने एवं कोरोना काल में ई पाठशाला एवं मोहल्ला पाठशाला चलाकर शिक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के कारण राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके तहत एक प्रशस्ति पत्र एक अंग वस्त्र और एक स्मृति चिन्ह एवं 25000 का चेक जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र सिंह एवं महसी विधायक सुरेश्वर सिंह द्वारा प्रदान किया गया। मूलतः बरेली जिले के रहने वाले पूरन लाल चौधरी वर्ष 2015 में 72825 की शिक्षक भर्ती में बहराइच में आए और प्राथमिक विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया तब से अभी तक इसी विद्यालय में हैं। यह विद्यालय घाघरा नदी के कछार में बहुत ही दुर्गम एवं बीहड़ इलाके में स्थित है जहां जाने के लिए बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
इसके बावजूद भी लगातार विद्यालय में रहकर आपने शिक्षा कार्य किया है। जब इन्होंने विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया तब वहां 10 या 12 छात्र ही विद्यालय आते थे। आपने कुछ बच्चों की एवं कुछ अभिभावकों की अलग-अलग टीमें बनाकर बच्चों और अभिभावकों को प्रेरित किया जिससे बच्चे विद्यालय आने लगे और ठहराव बढ़ने लगा आज इनकी विद्यालय में 218 बच्चे नामांकित हैं जिसमें 200 बच्चों के लगभग प्रतिदिन उपस्थित रहते हैं।
कोरोना काल में जब बच्चों का विद्यालय आना प्रतिबंधित था तब इन्होंने ऑनलाइन ई पाठशाला का संचालन किया जिससे इनके विद्यालय के साथ पूरे जनपद एवं पूरे प्रदेश में इनके बनाए गए कार्यपत्रक प्रयोग किए जाते थे और हजारों की संख्या में बच्चे लाभान्वित होते थे। इनकी इसी प्रतिभा के कारण राज्य सरकार ने इनको राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित कर इन्हें यह सम्मान दिया है। एक प्रश्न के जवाब में पूरन लाल चौधरी ने कहा कि मिशन अपडेट के प्रेम वर्मा शिक्षक शिव कुमार चौधरी पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र पाल एवं शिक्षक शरीफ अहमद की प्रेरणा से यह बेहतर से बेहतर कार्य करते गए और उसका प्रतिफल इस सम्मान के रूप में उन्हें मिला है।