आयोग की गलती का खामियाजा भुगत रहे शिक्षक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी
प्रयागराज। 69000 शिक्षक भर्ती विवादित प्रश्नों को लेकर प्रदेश के हजारों अभ्यर्थियों ने कल सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का घेराव किया।
याचिकाकर्ता अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद का फैसला एक पक्षीय सुनाया गया। जिससे असंतुष्ट अभ्यर्थियों ने इलाहाबाद डबल बेंच में ऑर्डर को चैलेंज भी किया जा चुका है अभ्यर्थियों का कहना है कि सिंगल बेंच के आदेश में ये कहीं भी नहीं लिखा है कि शिक्षक भर्ती में पूछे गए प्रश्न गलत है बहुत से अभ्यर्थियों ने भर्ती को फसाने हेतु इंटरनेट के साक्ष्य कोर्ट में प्रस्तुत किए थे अभ्यर्थियों कि तरफ से पहले भी ऑथेंटिक प्रूफ लगाए गए थे और इस बार भी लगभग एक एक प्रश्नों के 10 से 12 साक्ष्य लगाए गए है और ये साक्ष्य ऐसे है।
जो लोक सेवा आयोग एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा पहले भी पूछे जा चुके है कोर्ट बंद होने के कारण अधिवक्ताओं को सुनवाई कराने के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है प्रदेश के लगभग सभी सीनियर अधिवक्ता केस में मौजूद है
प्रदेश सरकार द्वारा कुछ दिनों पहले ही रिक्त पदों को भरने हेतु काउंसलिंग की समय-सारणी भी जारी किया जा चुका है उसके बाद ही कुछ अंको से असफल अभ्यर्थियों ने अपनी मांगो को लेकर ज्ञापन और आन्दोलन के माध्यम से अपनी बात प्रदेश सरकार तक पहुंचाने का कार्य कर रहे है अभ्यर्थियों कि मांग है।
कि न्यायालय से मामला निस्तारित होने के पश्चात् ही रिक्त पदो पर भर्ती की जाए।इस दौरान अभिषेक श्रीवास्तव, कृष्णा सिंह, रवि प्रकाश गौतम, अमित यादव डेविड, विवेक तिवारी, अवनीश, गीता देवी, अनुराग, आशीष इत्यादि छात्र उपस्थित रहे।