वरिष्ठ पत्रकार के भतीजे का निधन
वरिष्ठ पत्रकार के भतीजे का निधन
राकिब खान
कामां, भरतपुर, राजस्थान। अपनी बूढ़ी दादी मां से फोन पर युवक बात करता है और बोलता है अम्मा आज शाम को चलूंगा सुबह आपके पास पहुंच जाऊंगा। यह आखरी बात फोन पर आकाश में अपनी दादी मां से की लेकिन डेढ़ माह बाद उसकी मौत का समाचार उसके पास पहुंचता है तो वृद्ध दादी की आंखें अपने लाड़ले को देखने की लालसा में आंसू नहीं रोक पाए। लेकिन बूढ़ी दादी के पास पहुंचा तो अपने पोते आकाश पाराशर का शव आकाश पाराशर अपने पिता का इकलौता पुत्र था मृतक आकाश पाराशर की मां आकाश को 3 साल का छोड़कर भगवान को प्यारी हो गई और आकाश की परवरिश पिता कामेश्वर पाराशर एवं बूढ़ी दादी प्रेमवती ने की है यह वाक्य है कामां क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार पूर्व पार्षद एवं जिला युवा कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रशेखर पाराशर के बड़े भाई कामेश्वर पाराशर के पुत्र आकाश पाराशर का जिसका जयपुर एस एम एस अस्पताल में रविवार को करीब डेढ़ माह तक चले उपचार के बाद निधन हो गया। रविवार को जैसे ही आकाश की मौत का समाचार कामां में पहुंचा तो शोक की लहर दौड़ गई।
क्षेत्रीय विधायक एवं राजस्थान सरकार में मंत्री जाहिदा खान, पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल, पूर्व प्रधान जलीस खान, पहाड़ी पंचायत समिति के प्रधान साजिद खान, कामां नगर पालिकाध्यक्ष गीता खंडेलवाल, मनोनीत पार्षद रेखा देवेंद्र भट्टाचार्य, आईएफडब्ल्यूजे के कामां पहाड़ी अध्यक्ष पत्रकार देवेंद्र भट्टाचार्य सहित पत्रकार संगठनों ने संवेदना व्यक्त की है। उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर पाराशर के भाई कामेश्वर पाराशर के इकलौता पुत्र आकाश एक मिलनसार व्यक्तित्व के धनी था। सीकर के पारीक होटल में मैनेजर का कार्य करता था।
20 दिसंबर को अचानक होटल में तबीयत खराब हो गई जिसके बाद सीकर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से हालत गंभीर होने पर जयपुर रेफर कर दिया गया जहां जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां लगातार करीब डेढ़ माह से उपचार जारी था लेकिन अचानक रविवार को दोपहर बाद तबीयत बिगड़ जाने से निधन हो गया। जिसके बाद कामां कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई और पूर्व पार्षद चंद्रशेखर पाराशर के निवास पर कस्बा के गणमान्य नागरिकों का पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया जहां सभी ने घर पहुंचकर संवेदना व्यक्त की है। मृतक आकाश का शव रविवार देर रात्रि तक कामां पंचायत समिति के सामने स्थित निवास पर पहुंचेगा जहां सोमवार प्रातः कामां कस्बा के तीर्थराज विमल कुंड स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया जायेगा।
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