देहरादून। बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या के आरोपी दरिंदे ने हैवानियत की हदें पार कर दी थीं। उसने बच्ची की आवाज बंद करने के लिए उसका नेकर मुंह में ठूंस दिया था।
इससे कुछ देर बाद ही मासूम की दम घुटने से मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इन बातों के अलावा दुष्कर्म की भी पुष्टि हुई है। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
कोतवाली थाना क्षेत्र से पांच साल की बच्ची सोमवार सुबह के वक्त गायब हुई थी। मां की सूचना पर पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज में बच्ची किसी युवक के साथ जाती दिखाई दी।
इस पर पुलिस ने चुनचुन मेहतो नाम के युवक को बुधवार शाम पांच बजे गोविंदगढ़ इलाके से गिरफ्तार किया। शुरूआत में उसने कुछ नहीं बताया और अपनी बातों से पुलिस को उलझाता रहा। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बच्ची से दुष्कर्म कर हत्या की बात कुबूल की।
आरोपी के अनुसार रांघड़वाला की झाड़ियों में लेकर बच्ची से दुष्कर्म किया और बच्ची की आवाज दबाने के लिए उसके नेकर को उसके मुंह में ठूंस दिया। इसके चलते कुछ देर बाद ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। गुरुवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची से दुष्कर्म का खुलासा हुआ। फोरेंसिक टीम ने बच्ची के शरीर से डीएनए के लिए नमूने एकत्र किए हैं।
पुलिस के अनुसार आरोपी बच्ची को लेकर सोमवार करीब दो बजे रांघड़वाला में पहुंचा था। वहां उसने बच्ची से दुष्कर्म किया और वहीं बैठा रहा। शाम को चार बजे तक भी वह बच्ची के मृत शरीर के साथ वहीं रहा। जिस वक्त पुलिस ने आरोपी का गिरफ्तार किया वह बेहद नशे में था।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने का भी प्रयास किया। शुरूआत में उसने पुलिस को धमकियां भी दीं। इसके बाद बताया कि उसने बच्ची को एक जगह पर बंद किया है, लेकिन उसके हावभाव से पुलिस को पता चल गया था कि वह झूठ बोल रहा है। इस पर पुलिस ने सख्ती की तो उसने सारा राज उगल दिया।
मासूम से दुष्कर्म और हत्या के आरोप में पकड़े गए चुनचुन मेहतो का इतिहास ही हैवानियत वाला है। उसने अपने गृह जिले में भी रिश्तेदार की पांच साल की बच्ची से हैवानियत की थी और दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर मार दिया था। उस वक्त आरोपी के किशोर होने के चलते आसानी से जमानत मिल गई थी। पुलिस उसके अन्य आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटा रही है।
आरोपी चुनचुन मेहतो इस वक्त 19 साल का बताया जा रहा है। वह कुछ समय पहले ही देहरादून आया था। यहां पर वह एक ठेकेदार के पास नौकरी करता था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके गृह जिले बेगूसराय में पुलिस से जानकारी जुटाई। वहां के इनपुट से दून पुलिस दंग रह गई।
पता चला है कि वर्ष 2016 में भी उसने इसी तरह हैवानियत की थी। आरोपी ने अपने घर के पास ही रहने वाले रिश्तेदार की पांच साल की बेटी का अपहरण किया था और दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर मार डाला था।
आरोपी उस वक्त 15 साल का था। ऐसे में मामला जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में चला और उसे जल्द ही जमानत मिल गई। बताया जा रहा है कि वह अपने ठेकेदार से पैसे लेने की तैयारी कर रहा था। यदि उसे पैसे मिल जाते तो वह बिहार भाग जाता। मुकदमे की विवेचना कोतवाली शहर के एसएसआई लोकेंद्र बहुगुणा कर रहे हैं।
गोविंदगढ़ इलाके से जिस बच्ची का आरोपी चुनचुन ने अपहरण किया था, उसके बारे में वह बहुत समय से षड़यंत्र रच रहा था। बताया जा रहा है कि वह काफी दिनों से बच्ची के इर्द-गिर्द घूम रहा था। ऐसे में वह मौका तलाश रहा था कि कब वह अकेली हो और उसे आसानी से ले जाया जा सके। सोमवार को मौका पाते ही उसने अपहरण कर लिया।