श्री सहस्रबाहु अर्जुन कलाल कल्याण बोर्ड के गठन की उठी आवाज
राजस्थान सरकार से मांग पूर्ण करने के लिये जुटे तमाम दिग्गज
जयपुर। कलाल समाज ने सामाजिक उत्थान के लिए राजस्थान सरकार से प्रदेश में श्री सहस्रबाहु अर्जुन कलाल कल्याण बोर्ड के गठन की मांग किया। इस सबंध में राजस्थान हैहयवंशी कलाल महासभा जयपुर एवं कलाल समाज से जुड़ी कोटा, उदयपुर, भीलवाड़ा, जोधपुर, देवली-टोंक, झालावाड् सहित अन्य जिलों की सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि पिछले दो-तीन महीनों में राज्य के मुख्यमंत्री एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं लेकिन अभी तक राज्य सरकार की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया है जिससे प्रदेश के कलाल समाज में व्यापक रोष है। प्रदेश के कलाल समाज ने जल्दी ही कलाल समाज के लिए बोर्ड के गठन के लिए मुहिम तेज कर दी है। इसी श्रृंखला में आज पूरे प्रदेश से जिलाध्यक्षों एवं ब्लाक अध्यक्षों की मीटिंग व प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई है। बैठक में विस्तृत चर्चा की गई एवं भावी रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। राजस्थान हैहयवंशी कलाल महासभा जयपुर के प्रान्तीय अध्यक्ष कन्हैया लाल पारेता ने बताया कि प्रदेश में कलाल समाज की 30-35 लाख आबादी है। कलाल समाज सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक स्तर पर काफी पिछड़ा हुआ है। ऐसे में अन्य समाजों की तरह कलाल समाज के लिए श्री सहराबाहु अर्जुन कलाल कल्याण बोर्ड के अतिशीघ्र गठन की पुरजोर मांग राज्य सरकार से की गई है। इस बोर्ड के गठन होने से कलाल समाज का सामाजिक उत्थान, उन्नति एवं पिछडापन दूर होगा एवं कलाल समाज भी अन्य समाजों की तरह मुख्य धारा में शामिल होगा। श्री पारेता ने बताया कि अगर राज्य सरकार द्वारा बोर्ड के गठन की मांग नहीं मानी जाती है तो विवश होकर कलाल समाज को जयपुर में महापंचायत करने फैसला लेना पड़ेगा। बैठक में कन्हैया लाल पारेता, उत्तम चंद चौधरी, शिव नारायण वर्मा, बीना वर्मा, पुखराज चौहान, माया सुवालका, राहुल पारेता, डॉ अरविंद जायसवाल, कमल किशोर जायसवाल, वेद प्रकाश जायसवाल, आनंद मेवाडा, ओम प्रकाश (दूरदर्शन) राकेश सेठी, महेश जायसवाल, राजपाल जायसवाल पूरे प्रदेश से आये अन्य स्वजातीय बंधु शामिल रहे।
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