अधिवक्ताओं पर हुये हमले में पुलिसिया कार्यवाही शून्य, साथी आक्रोशित
अधिवक्ताओं पर हुये हमले में पुलिसिया कार्यवाही शून्य, साथी आक्रोशित
पुलिस अभियुक्तों को शीघ्र जेल नहीं भेजती तो बार एसोसिएशन हड़ताल को बाध्य होगाः अमरेन्द्र
संदीप पाण्डेय
रायबरेली। एक सप्ताह के अंदर दो अधिवक्ताओं के ऊपर हुए जानलेवा हमले को लेकर सेंट्रल बार आक्रोशित है। पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में सेंट्रल बार एसोसिएशन ने शहर कोतवाल की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए है, क्योंकि दोनों ही घटनाएँ शहर कोतवाली क्षेत्र में हुई थी और पुलिस दोनों ही मामलों में कोई गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। पहली घटना 23 जुलाई को अधिवक्ता अखिलेश माही के साथ शहर के मामा चौराहे पर घटित हुई थी। जब वह अपना कार्य निपटाने के बाद कोर्ट से घर जा रहे थे तभी कुछ लोगों ने अखिलेश माही पर हमला बोल दिया।
अखिलेश माही किसी तरह जान बचाने में तो सफल रहे लेकिन हमलावरो ने उनकी कार को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था। दिनदहाड़े हुई इस घटना में अखिलेश माही ने हमलावारो की पहचान भी कर ली थी और नामजद मुकदमा दर्ज करवाने के लिए जब तहरीर दी तो पुलिस ने पहले तो आनाकानी की लेकिन बाद में मुकदमा दर्ज कर खानापूर्ति कर दी किन्तु घटना के 10 बाद भी नामजद हमलावरों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। घटना में बलराम यादव और दिलीप विश्वकर्मा के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज है लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मामले में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न हो पाना पुलिस की कार्यशैली व निष्ठा पर बड़ा सवाल उठा रहा है जबकि दूसरी घटना अधिवक्ता व भाजपा नेत्री अनीता श्रीवास्तव के साथ 28 जुलाई की देर शाम को घटित हुई।
जब अनीता श्रीवास्तव जिला अस्पताल से किसी को देखकर लौट रही थीं तभी अज्ञात हमलावरों ने उनके ऊपर हमला कर दिया। हमले के बाद अनीता श्रीवास्तव ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि कुछ अज्ञात लोगों ने उनके ऊपर हमला कर दिया और उनके ऊपर फायरिंग भी हुई। वह किसी तरह जान बचाकर भागी लेकिन बदमाशों ने उनकी कार तोड़ दिया। दोनों ही घटनाओं में अधिवक्ताओं पर हुए जानलेवा हमला से अपराधी शहर में दहशत और भय का माहौल बनाने में सफल हो गए है। इससे अंदाजा लगाना आसान है कि जब अधिवक्तागण व सत्ताधारी पार्टी की नेता सुरक्षित नहीं है तो आमजन का क्या हाल होगा? दर्ज मुकदमो में अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस की कार्यवाही न करने से अधिवक्ता वर्ग में खासी नाराजगी है। इसी को लेकर सेंट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री अमरेंद्र सिंह ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर दोनों मामलो के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुये कहा कि यदि पुलिस अभियुक्तों को शीघ्र जेल नहीं भेजती है तो बार एसोसिएशन हड़ताल के लिए बाध्य होगा।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।