अयोध्या में पीएफआइ कार्यकर्ता गिरफ्तार, अभिलेख बरामद
अयोध्या में पीएफआइ कार्यकर्ता गिरफ्तार, अभिलेख बरामद
पुलिस एवं एनआइए की संयुक्त टीम की पूछताछ के बाद सामने आई सच्चाई
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। पीएफआइ का संदिग्ध होने की आशंका में पकड़े गए दो भाईयों में एक अरकम प्रतिबंधित संगठन का सक्रिय सदस्य पाया गया है। बीकापुर के कुढ़ा गांव स्थित आवास से अरकम और उसके छोटे भाई गुफरान को एनआइए और पुलिस की संयुक्त टीम ने हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद बुधवार को गुफरान का शांतिभंग में उसका चालान किया गया, जिसे एसडीएम बीकापुर ने जमानत दे दी थी, जबकि अरकम के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर गुरुवार को जेल भेज दिया गया। अरकम के पास से पुलिस को पीएफआइ से जुड़े संदिग्ध अभिलेख, साहित्य, पीएफआइ के पत्रक, टैब, पेनड्राइव, आधार कार्ड व दो मोबाइल बरामद हुए हैं। लखनऊ के नदवा कालेज से अरकम ने स्नातक किया हुआ है।
उसके पास से मिले अभिलेखों में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के साहित्य सहित अन्य आपत्तिजनक लेख हैं। चार वर्ष पहले ही अरकम नदवा से वापस अपने गांव पहुंचा है। उसके परिवार में पत्नी एवं एक बच्चा है। अरकम से पूछताछ के लिए एनआइए की भी मदद पुलिस ने ली है। अरकम के अतिरिक्त जिले में पीएफआइ के और भी सक्रिय सदस्य होने की संभावना व्यक्त की जा रही है, जिसे देखते हुए खुफिया तंत्र ने निगरानी बढ़ा दी है। यह पहले ही आशंका व्यक्त की गई थी कि पीएफआइ रामनगरी को लेकर साजिश रच रही है। अरकम की गिरफ्तारी के बाद अब उसके मोहरे भी सामने आने लगे हैं। एसपी ग्रामीण अतुल सोनकर ने बताया कि अरकम के पीएफआइ सदस्य होने के साक्ष्य मिले हैं। कोतवाल बीकापुर सुमित श्रीवास्तव ने उसे गिरफ्तार किया है। विवेचना के दौरान उससे और भी जानकारियां प्राप्त की जाएंगी। कोतवाल बीकापुर ने बताया कि पीएफआइ से जुड़ कर वह देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त था।
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