जनता को विकास के नाम पर जनप्रतिनिधियों ने छला
दर्जनों जानलेवा सम्पर्क मार्गों के मरम्मत की मांग उठी
जयशंकर द्विवेदी/धर्मेन्द्र सिंह
बल्दीराय, सुलतानपुर। बल्दीराय तहसील अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में “विकास” के नामपर उखड़े, बिगड़े, गड्ढायुक्त सम्पर्क मार्गों की दशा देखते ही जनप्रतिनिधियों के नीयत साफ दिखते हैं जहां ग्रामीणों को जानलेवा रास्तों से आये दिन गुजरना पड़ता है तो वहीं जिला व तहसील प्रशासन भी आंखे बंद कर अपने समय काट रहे हैं।
जानकारी के अनुसार तहसील क्षेत्र में ग्रामीणक्षेत्रों के संपर्क मार्गों की खस्ताहाल जानलेवा सड़कों की दुर्दशा जनप्रतिनिधियों के नेकनीयती को स्पष्ट बयान कर रही है। देखा जाय तो रामनगर से विसावां लगभग 8 किमी की लंबी सड़क जिस पर लगभग दो दर्जन ग्राम सभाओं की जनता का आवागमन होता है। रैनापुर से सफलेपुर मार्ग, समरथपुर से कुमासी मार्ग, बहुराँवा से सोनबरसा, ऐंजर मार्ग, चंदौर वाया खारा मार्ग, कुट्टा वाया राघवपुर मार्ग, हलियापुर सड़क पीरो सरैया से ब्रमहौली सम्पर्क मार्ग, पीरोसरैया से पडरे सम्पर्क मार्ग जैसे दर्जनों मार्ग हैं जिन पर आये दिन राहगीर दुर्घटना के शिकार होते हैं। जान की बाजी लगाकर यात्रा को मजबूर यही जनता जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के घोर उपेक्षा की शिकार है।
तहसील की जनता ने जिला पंचायत अध्यक्ष, सांसद, दो विधायक दिए हैं जिनमें एक विधायक छोड़कर शेष तीन जनप्रतिनिधि सत्तारूढ़ भाजपा से हैं, जो ग्रामीण सड़कों की असलियत से अनभिज्ञ हैं अथवा चापलूसों के चापलूसी के शिकार हो गए हैं। जनप्रतिनिधियों के घोर उपेक्षा की शिकार क्षेत्र में सड़कों के विकास के पोल खोल रही है। क्षेत्र के समरथपुर प्रधान राजेश तिवारी, वरिष्ठ समाजसेवी, काली सहाय सिंह विसावां, दीपक सिंह प्रधान बडनपुर, शिवलाल यादव ग्रामसभा मऊ, शिवसरन यादव पीरोसरैया, मो० अरशद प्रधान प्रतिनिध पडरे आदि ने उपरोक्त सम्पर्क मार्गों के मरम्मत की मांग जिला प्रशासन से की है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।