उद्योगों की मांग के अनुरूप विद्यार्थियों को कुशल बनायें: कुलाधिपति
उद्योगों की मांग के अनुरूप विद्यार्थियों को कुशल बनायें: कुलाधिपति
बुंदेलखण्ड विवि के 27वें दीक्षांत समारोह में 95 को पीएचडी उपाधि और 77 मेधावियों को दिये गये पदक
मुकेश तिवारी
झांसी। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि युवाओं को देश को आगे ले जाने के लिए आखिरी सांस तक काम करने वाले महापुरुषों का अनुसरण करना होगा। \
विद्यार्थियों को अत्याधुनिक तकनीक और उद्योगों की मांग के अनुरूप कुशल बनाने पर जोर दिया जाए। उक्त उद्गार बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के 27वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने व्यक्त किया।
मंगलवार को बुविवि के गांधी सभागार में आयोजित दीक्षांत समारोह में रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि मेडल प्राप्त करना गौरव की बात। मेडल मिले न मिले जीवन को आदर्श बनाने का लक्ष्य होना चाहिए। हम सभी को एक आदर्श भारतीय बनकर जीवन को चमकाना है।
समारोह के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली के उपाध्यक्ष प्रो. दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि स्थानीय छात्र छात्राओं को समाज की विभिन्न समस्याओं को हल करने के लिए सक्षम बनाएं। उन्होंने सुझाव दिया कि ज्यादा से ज्यादा पेटेंट लेने की कोशिश करें। हमें भलाई के लिए परिवर्तन को अपनाने, उत्कृष्टता और नवाचार की मांग पर काम करने की आवश्यकता है।
विश्वविद्यालय को स्थानीय क्षेत्रों में स्थायी परिवर्तन लाने, स्थानीय चुनौतियों के वैश्विक समाधानों पर ज्ञान और अत्याधुनिक अनुसंधान के माध्यम से सक्रिय रूप योगदान देकर क्षेत्र के विकास में भागीदार बनने में अपनी भूमिका निभानी होगी। विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि दयनीय स्थिति में पड़ी उच्च शिक्षा व्यवस्था को कुलाधिपति के मार्गर्दर्शन में नया आयाम दिया गया है। प्रभावशाली व्यक्ति वही बनता है जिसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता है।
विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि भारत का विकास सभी युवाओं की बौद्धिक क्षमता पर निर्भर है। आप सभी यहां से शिक्षित होकर जा रहे हैं। आगे देश का नाम ऊंचा करें यही शुभकामना। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि आप सभी समाज के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के संकल्प के साथ काम करें।
राज्यपाल और कुलाधिपति तथा अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और कलश को जल से भरकर समारोह का शुभारंभ किया। छात्राओं ने कुलगीत पेश किया। कुलाधिपति ने योग केंद्र का लोकार्पण और महिला छात्रावास का शिलान्यास भी किया। कुलपति ने कुलाधिपति और सभी अतिथियों का स्वागत शाल, श्रीफल और मोटे अनाज से निर्मित खाद्य पदार्थों की टोकरी भेंट करके किया।
समारोह में बुविवि की दीक्षांत स्मारिका, चितेरी, संचालिका, उन्नत भारत एक नजर में आदि पत्रिकाओं का भी विमोचन किया गया। कुछ किताबों का भी विमोचन किया गया।
कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों और उपलब्धियों का ब्यौरा पेश किया। साथ ही बताया कि आज के समारोह में 95 को शोध उपाधि, 77 छात्र, छात्राओं को पदक प्रदान किए गए। 77 पदकों में से 45 पदक छात्राओं ने हासिल किए हैं। साथ ही समारोह में 70577 विद्यार्थियों को विविध उपाधियां प्रदान की गईं। समारोह में कुलाधिपति ने कुछ प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को बैग भी वितरित किए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण किट वितरित किए गए।
समारोह में आए अतिथियों को कुलपति ने स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया। समारोह का संचालन डा अचला पाण्डेय और डा. इरा तिवारी ने किया। दीक्षांत शोभायात्रा में अतिथियों के साथ प्रो एसपी सिंह, प्रो डीके भट्ट, प्रो मुन्ना तिवारी, प्रो एमएम सिंह, प्रो आरके सैनी, वित्त नियंत्रक वसी मोहम्मद, कुलसचिव वीके सिंह समेत अनेक लोग शामिल रहे।
समारोह में राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा, पूर्व मंत्री रवीन्द्र शुक्ल, एमएलसी रमा निरंजन, नवनिर्वाचित शिक्षक एमएलसी डा बाबू लाल तिवारी, विधायक जवाहर लाल राजपूत, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, एसएसपी राजेश एस, डा नीति शास्त्री, बीकेडी के प्राचार्य डा एसके राय, प्रो पुनीत बिसारिया, वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण जैन, डा कौशल त्रिपाठी, डा मुहम्मद नईम, शीतल तिवारी, उमेश शुक्ल समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।
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