Jaunpur News : प्राचीन भारत में महिलाओं को समानता का अधिकार था: प्रो. वन्दना
Jaunpur News : प्राचीन भारत में महिलाओं को समानता का अधिकार था: प्रो. वन्दना
भारतीय नारी कल, आज और कल विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
बिरेन्द्र यादव
सरायख्वाजा, जौनपुर। सहकारी पीजी कॉलेज मेहरावाँ में प्राचीन इतिहास विभाग व राजनीति विभाग के तत्वावधान में भारतीय नारी कल, आज और कल विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता प्रोफेसर वन्दना दूबे ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि प्राचीन भारत में महिलाओं को समानता का अधिकार था। उन्हें चिंतन मनन करने की स्वतंत्रता है।
धीरे धीरे समय के साथ नारी जीवन में असमानता घर कर गई। अब धीरे धीरे समय बदल रहा है महिलाओं ने प्रत्येक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज की है। डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आज महिला जीवन पर पितृसत्ता का प्रभाव है। समय के साथ अभी बहुत कुछ बदलाव अपरिहार्य है यह सभी मानवता के हित में है। संगोष्ठी के संरक्षक महाविद्यालय के प्रबंधक राजीव कुमार सिंह ने प्राचीन भारत में नारियों की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्राचीन भारत में स्त्री को प्रतिष्ठा प्राप्त थी। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आशुतोष गुप्ता ने नारी शिक्षा को अपरिहार्य बताया। उन्होंने कहा कि उच्च तकनीकी शिक्षा से लैश इस युग में बदलाव की बयार बह रही है। आने वाला कल महिलाओं का है।
विषय का परिचय डॉ. संजय शर्मा ने दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर पुष्पा सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. योगेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. मुक्ता राजे, डॉ. राज बहादुर यादव, डॉ. अरविंद कुमार सिंह, डॉ. विकास सिंह, डॉ. रविकांत सिंह, डॉ. शिव कुमार यादव, डॉ. शिव प्रताप सिंह, डॉ. नितेश यादव, डॉ. तारकेश्वर सिंह, डॉ. राघवेन्द्र कुमार, डॉ. मनोज कुमार सोनकर, डॉ. संजय कुमार शर्मा, डॉ. संजय सिंह, डा. बृजेश कुमार श्रीवास्तव, सूरज गुप्ता, अर्जुन यादव आदि उपस्थित रहे।
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