औषधी व सुगंध फसलों के कृषि विविधीकरण के बारे में किसानों को दी गयी जानकारी
औषधी व सुगंध फसलों के कृषि विविधीकरण के बारे में किसानों को दी गयी जानकारी
रूपा गोयल
बांदा। बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में पुष्प विज्ञान एवं भू-दृश्य निर्माण विभाग, उद्यान महाविद्यालय द्वारा भाकृअनुप-औषधीय एवं सगधीय पादप अनुसंधान निदेशालय आनन्द गुजरात द्वारा पोषित अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (औषधीय एवं सगधं फसल) के अनुसूचित जाति उपयोजना के अर्न्तगत औषधीय एवं सगधं फसलों की उत्पादन तकनीक पर तीन दिवसीय 28-30 मार्च के कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुसूचित जाति के तीस किसानों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में किसानों को औषधीय एवं सगधं फसलों की नवीनतम उत्पादन तकनीकों के बारे में जानकारी दी गयी। अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (औषधीय एवं सुगंध फसल) के अर्न्तगत आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डा0 ए0सी0 मिश्र ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डा0 मिश्र ने उपस्थित किसानों को औषधीय एवं सुगंध फसलों के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। किसानों को सिंचाई के लिए जल का उचित प्रबन्धन करने का सुझाव दिया जिससे कि उत्पादन भी बढ़े एवं पानी की बर्बादी भी न हो। कार्यक्रम संयोजक एवं विभागाध्ययक्ष डा0 अजय सिंह ने तुलसी एवं अश्वगंधा की वैज्ञानिक खेती के बारे में किसानों को अवगत कराया। कार्यक्रम समन्वयक एवं सहायक प्राध्यापक डा0 राकेश कुमार ने लेमन ग्रास एवं खस, घास की उन्नत खेती एवं इसे बनने वाले उत्पादों के बारे में व्याख्यान प्रस्तुत किया।
डा0 अमित कन्नौजिया सहायक प्राध्यापक ने औषधीय एवं सुगंध फसलो द्वारा कृषि विविधीकरण एवं बुन्देलखण्ड में एलोवेरा की वैज्ञानिक पद्धति द्वारा खेती के बारे में बताया। डा0 देव कुमार सहायक प्राध्यापक ने औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती हेतु मृदा की जानकारी दी। डा0 प्रिया अवस्थी प्राध्यापक ने औषधीय एवं संगध फसलों का मूल्य सवर्धन पर जानकारी दी। डा0 आशुतोष राय ने सगंधीय पौधों से तेल निकालने की विधि के बारे में विस्तृत रूप से किसानों को जानकारी दी, ताकि किसान इन फसलों की खेती से लाभान्वित हो सके। अन्त में सभी किसानों को कम्पोस्ट, तुलसी बीज इत्यादि की किट वितरित की गई। कार्यक्रम में उद्यान महाविद्यालय के डीन डा0 एस0वी0 द्विवेदी, डा0 अजय सिंह प्राध्यापक, डा0 अमित कनौजिया, सहायक प्राध्यापक, डा0 राकेश कुमार, सहायक प्राध्यापक, डा0 सुनील कुमार सहायक प्राध्यापक सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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