सौजना वन वीट के जंगलों में खुलेआम चल रहा अवैध कटान
अवैध कटान की फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल जयेश बादल ललितपुर। भले ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए तरह-तरह के प्रयास व अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने निर्देश दे रहे हैं, वहीं प्रकृति को स्वच्छ रखने के लिए अरबों खरबों रुपए पानी की तरह बहाये जा रहे है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के कारण वन रेंज छपरट अन्तर्गत सौजना वन वीट के सभी जंगल अवैध कटान की चपेट में है।
जानकारी के अनुसार इलाके में माफियाओं द्वारा पेड़ पौधों को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है ऐसा ही मामला विगत पन्द्रह अगस्त से ही लगातार में सोसल मीडिया पर सुर्खियों में है। जहां अवैध कटान की फोटो वीडियो वायरल होने के बाद भी अभी तक वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को कोई सुध नहीं है, वहीं क्षेत्र के ग्रामीणों का आरोप है कि जमुनझिर के जंगल में तैनात वनकर्मी धर्मदास पाल कई वर्षों से वन विभाग में तैनात है। सौजना के वन वीट के सभी जंगलों में चल रहे मनरेगा के तहत सभी कार्यों की पूरी कमान इनके हांथ में है जो कि सभी काम जेसीबी मशीन से करवाते हैं। यह वनकर्मी खुद अपने परिवार के सभी सदस्यों की डेली जांबकार्ड पर चढ़ाकर पैसे निकाल लेते है, जबकि कोई भी व्यक्ति इनके घर से मजदूरी करने नहीं जाता साथ ही इन से जुड़े खास लोगों व आसपास के कई गांव वालों के जांब कार्ड इनके पास रहते हैं। ये सभी जांब कार्ड अपने पास रखते हैं साथ ही फर्जी डेली चढ़ाकर पैसे निकाल लेते है फिर भी इनका पेट नहीं भरता। इतना ही नहीं जमुनझिर के जंगलों से ये लगातार में एक माह से अवैध कटान करवा रहे हैं।
इनके द्वारा जंगल के सैकड़ों पेड़ो को काट दिया गया है, इनकी तैनाती जंगल के पेड़ पौधों की सुरक्षा की है, लेकिन इन्होंने अपने ही टैक्टर ट्राली से करीब पन्द्रह चक्कर लकड़ी वैखोफ होकर अपने लिए कटवा ली है। इस तरह किये जा रहे अबैध कटान के वायरल फोटो व वीडियो साफ-साफ वयां कर रहे हैं यह उस लकड़ी का उपयोग अपने ईंट गुम्मा पकाने के लिए करते है और कुछ शेष बची लकड़ी को बेंच देते हैं। राजस्व को जानबूझकर अरबों खरबों की चपत लगाई जा रही है। डीएफओ के सख्त निर्देशों के बावजूद भी इन माफियाओं पर कोई लगाम नहीं लग पा रही है। अतः माफिया वन कर्मी की जांच होना जनहित के लिए जरूरी है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो प्रकृति नष्ट हो जायेगी और जंगलों से आश्रित लोंग पेड़ पौधों की स्वच्छ हवा कैसे ले पाएंगे। जीव जन्तु भी मारे जायेंगे जिससे क्षेत्र वासियों में रोष पनप रहा है। ग्रामीणों की डीएफओ से अवैध कटान रोकने व माफिया वन कर्मी पर आवश्यक कार्यवाही की मांग की गई है।
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