गुजरी है सारी उम्र तिनकों को सजाने में, निश्चित नहीं ठिकाना जहां मैं ठहर जाऊं
हिन्दी साहित्य समिति में उड़ान कवि सम्मेलन सम्पन्न
इंदौर, मध्यप्रदेश। साहित्य समिति में उड़ान कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। विशेष अतिथि डाॅ. अरविंद घनघोरिया जी (सर्जरी विभाग प्रमुख एम व्हाय हास्पीटल) एवं राष्ट्रवादी लेखक तथा मुख्य अतिथि डाॅ. आर के बघेरवाल जी, विभागाध्यक्ष औषधी विभाग, पशुपालन महाविद्यालय महू के सानिध्य में आयोजन ने नई ऊँचाईयां हासिल की। युवा ओज कवि राहुल बजरंगी जी को कोरोना योध्दा काव्य अलंकरण से सम्मानित किया गया।
विद्यांजलि भारत मंच के बैनर तले उड़ान कवि ने खासी प्रसिध्दी पाई। कवि सम्मेलन के पहले कवि शिवा इंदौरी ने श्रौताओ को खूब हंसाया। सुधाकर मिश्रा जी ने मां पर गीत पढ़कर भाव-विभोर कर दिया। अतुल दवे जी के मधूर कंठ से उद्दगारीत गीतों ने काव्य रसिक श्रौताओं को झूमने पर विवश कर दिया। मनोहरलाल सोनी बाबा ने सबरस के काव्य व्यंजन परोस कर एक बार फिर अपनी बहुद्देशीय काव्य प्रतिभा का लोहा मनवाया। देवीका जी की छंदमुक्त कविता ने विचारणीय स्थिति में ला खड़ा किया। समसामयिक और ज्वलंत विषयों पर कविता पढ़ रही विनिता सिंह चौहान जी के काव्यपाठ पर देर तक तालियां बजती रही।
युवा श़ायर आला चौहान मुसाफिर ने ताज़ातरिन श़ायरी पढ़कर वाह-वाही लुटी। दामोदर विरमाल जी के खूबसूरत मुक्तकों ने बहुत सराहना पाई। जितेन्द्र शिवहरे के कुशल संचालन और देविका खरे जी के आभार प्रदर्शन के बाद उड़ान कवि सम्मेलन समाप्त हुआ।
इस अवसर पर श्रौता में से दो कवियों को भी काव्यपाठ का अवसर दिया गया। इनका चयन लाटरी द्वारा किया गया। आशिष पंवार एवं सुभाष गगन ने छुपे रूस्तम कवि के रुप में काव्यपाठ किया एवं सम्मानपत्र प्राप्त किया। इस अवसर पर शहर के कई रसिक श्रौता उपस्थित थे।
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