क्लब फुट से ग्रसित 8 बच्चों का चल रहा नि:शुल्क उपचार

क्लब फुट से ग्रसित 8 बच्चों का चल रहा नि:शुल्क उपचार

चंचल लोधी
एटा। जन्म जात विकृति क्लब फुट (टेड़े मेडे पैर) से ग्रसित बच्चों को जिले में नि:शुल्क इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। मिरेकल फीट फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लब फुट (एमएफईसी) संस्था के सहयोग से वीरांगनाअवंती बाई लोधी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) से संबद्ध चिकित्सालय में क्लब फुट क्लीनिक चलाई जा रही है। जिले के आठ बच्चे क्लीनिक के माध्यम से निशुल्क इलाज प्राप्त कर रहे हैं।

ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. मुकेश परमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से संबंध चिकित्सालय के अस्थि रोग इकाई में प्रत्येक शुक्रवार को क्लब फुट क्लीनिक आयोजित की जाती है। क्लब फुट विकृति से ग्रसित बच्चे क्लीनिक द्वारा निशुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। पहले इसके इलाज के लिए बच्चों को अलीगढ़ रेफर करना पड़ता था। इलाज के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया काफी आसान है। उन्होंने बताया कि क्लब फुट एक जन्मजात विकृति है, जिसमें बच्चे के पैर अंदर की ओर मुड़ जाते हैं ऐसे बच्चों को जल्दी ही पहचान कर जल्द से जल्द उनका इलाज किया जाना चाहिए। क्लब फुट का कारण गर्भावस्था के समय बच्चे का मां के पेट में सही रूप में न घूम पाना है। क्लब फुट का इलाज जन्म के साथ ही शुरु कर दिया जाना चाहिए। क्लब फुट से प्रभावित बच्चों का पोंसेटी की विधि द्वारा तीन चरणों में बहुत आसानी से इलाज किया जाता है, जो कि 3 से 5 सालों तक चलता है जिसके बाद पैर पूरी तरह ठीक हो जाते हैं।

जिला प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव स्मृति ने बताया कि मिरेकल फीट फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लब फुट राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सहयोग से बच्चों के निशुल्क उपचार की व्यवस्था प्रत्येक जिले में उपलब्ध करा रही है। उन्होंने बताया कि क्लब फुट विकृति के इलाज की सुविधा बिल्कुल निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही इलाज के लिए आवश्यक सामग्री व इलाज की पूरी समयावधि के लिए फुट ब्रेसेस भी निशुल्क मुहैया कराए जाते हैं।

लाभार्थी निखिल के पिता वीरेंद्र निवासी अवागढ़ ने बताया कि उनके बेटे का क्लब फुट क्लीनिक में निशुल्क इलाज चल रहा है। अब तक इलाज के दौरान छः बार प्लास्टर बदला गया है। डॉक्टर ने बताया है कि आवश्यकता पड़ने पर बच्चे की सर्जरी की जाएगी जिसके बाद उनके बेटे के लिए फुट ब्रेसेज भी दिए जाएंगे जो कि बच्चे को इलाज की अवधि के लिए पहनने होंगे। डॉक्टर ने बताया है कि इलाज की प्रक्रिया पूर्ण होने में 3 से 5 वर्ष तक का समय लग सकता है। लेकिन वह खुश है कि उनका बच्चा इलाज के बाद सही से चल फिर पाएगा। उन्होंने कहा कि क्लब फुट क्लीनिक से उन्हें काफी सुविधा हुई है कि जनपद में ही उनके बच्चे को इलाज की निशुल्क सुविधा मिल रही है। उन्हें किसी अन्य स्थान पर भागा दौड़ी नहीं करनी पड़ रही है।

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