नाला जाम होने से किसानों की फसलें लगातार हो रहीं बर्बाद
देवी प्रसाद शर्मा
आजमगढ़। तहबरपुर चौधरी चरण सिंह मार्ग नवापुरा बिशौली के बीच खण्डवा नाले पर वर्ष 2021 मार्च माह से पुल निर्माण कराने वाले ठेकेदार ने पच्चासों ट्राली मिट्टी से नाले को बंधवा दिया था जिसमें मई माह में आयी बाढ़ का पानी जैसे तैसे धीरे-धीरे करके बह रहा था। इसी बीच 16 सितम्बर की रात हुई मूसलाधार बारिश से भयंकर बाढ़आ गयी थी बाढ़ से धान आदि की खड़ी फसल डूबकर बर्बाद हो गयी थी। सनद रहे कि बाढ़ का पानी पांच सौ मीटर के दायरे में फैलकर बहता है।
नाले को बांध दिये जाने से बाढ़ का पानी पूरी तरह से रूककर महीनों तक बहनें से आस-पास के गावों के किसानों की सैकड़ों बीघा धान, बाजरा, उड़द की खड़ी फसल डूबकर सड़ गयी। अर्ध निर्मित पुल के दोनों तरफ काफी दूर तक सडक काटकर पानी तेज धारा में बहता रहा। ऐसा ठेकेदार द्वारा जान-बूझकर कराया गया। आवश्यकता के मुताबिक इस पुल की लम्बाई काफी कम है। इसकी ऊंचाई तो ठीक है पर निर्माण बिल्कुल टेढ़ा और चौड़ाई कम है। अगर लम्बा सीधा पुल बन गया होता तो आज बाढ़ से फसलें बर्बाद होने से बचाई जा सकती थीं।
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