महिलाओं की आय दूगुनी हो, इसलिए तकनीकी खेती करना आवश्यक है
महिलाओं की आय दूगुनी हो, इसलिए तकनीकी खेती करना आवश्यक है
ओमकार सिंह
अम्बेडकरनगर। बिकास खंड जलालपुर अंतर्गत गाव पंचायत सेठा कला में सैकड़ों महिला किसानों ने लाइन बिधि से रोपाई की गयी धान की फसलों का समूहों में अवलोकन किया। महिला किसान सुशीला ने अपने धान की रोपाई एसआरआई बिधि से करके नई तकनीकी से उत्पादन को बड़ाई, धान की बलिया लम्बी दाने चमकीले कल्लो की संख्या ज्यादा देखने पर महिला किसानों ने ख़ुशी जाहिर की। संस्था जन शिक्षण केंद्र की सचिव पुष्पा पाल ने बताया की महिला किसानों ने अपने–अपने खेतो में रासायनिक खादों का उपयोग कम व खुद की बनाई हुई जैबिक खादों का उपयोग खेत में किया करती है।
यूरोपियन यूनियन, बार्न फानडेन एव चाइल्डफण्ड इण्डिया के सहयोग से संचालित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम द्वारा इक्स्पोजर बिजित चाइल्ड फण्ड इण्डिया प्रति निधि संदीप की उपस्थिति में किया गया। उन्होंने बताया की महिलाओं की आय दूगुनी हो, इसलिए तकनिकी खेती करना आवश्यक है। कार्यक्रम में सिद्धार्थ, सुधीर, शम्भुनाथ, राम हित, हेमलता व गीता महिला किसान समूह, कलावती महिला किसान समूह से पारुल, उर्मिला, पूनम, रंजना, सरोज, सुशीला, बिमला आदि की उपस्थिति रही।
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