मुख्यमंत्री ने बाबू राजेश्वर प्रसाद की प्रतिमा का किया अनावरण
मुख्यमंत्री ने बाबू राजेश्वर प्रसाद की प्रतिमा का किया अनावरण
अगले 5 वर्ष में प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को मिलेगी नौकरी: योगी
मुख्यमंत्री ने कहा— युवा आधुनिक शिक्षा, तकनीकि शिक्षा के साथ ही व्यवहारिक शिक्षा पर भी दें जोर
उग्रसेन सिंह
गाजीपुर। मुख्यमंत्री उ0प्र0 योगी आदित्यनाथ के जनपद का एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने द्वारा स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर मे स्थापित बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह की प्रतिमा का अनावरण, परिसर में ही रूद्राक्ष का पौधरोपण, विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियो को योजना से सम्बन्धित टैबलेट, टूलकिस्ट, चेक आदि का वितरण करते हुये जनसभा को सम्बोधित किया। पी0जी0 कालेज प्रांगण मे आयोजित विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गाजीपुर जनपद में शिक्षा की अलख जगाने वाले बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह की भव्य प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
इससे आज मैं अभिभूत हूॅ। मुख्यमंत्री ने उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दिया। साथ ही इसके लिए महाविद्यालय परिवार को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि बाबू जी ने 1957 मे गाजीपुर डिग्री कालेज की स्थापना की जो आज पी0जी0 कालेज के रूप मे लगभग 10 हजार छात्र-छात्राओं का एक उत्तम शिक्षा का केन्द्र बनकर पूर्वी उ0प्र0 मे गाजीपुर के लिए शिक्षा का एक स्तम्भ बना हुआ है। उन्होने कहा कि बाबू जी शिक्षा के प्रति अत्यन्त जागरूक एवं चैतन्य रहे एवं शिक्षा के क्षेत्र मे उन्होने अभिनव प्रयास किया, यही उनका विरासत के प्रति सच्चा सम्मान है। गाजीपुर महर्षि विश्वामित्र की तपोस्थली है। यह भारत का इतिहास बनाने वाला जनपद है। जिस रामराज्य की स्थापना का संखनाद पूज्य ऋषि मुनियो ने किया था, उस परम्परा से जुड़ा हुआ यह जनपद है।
उन्होने कहा कि अपनी विरासत को दृष्टिगत रखते हुए जनपद में नवनिर्मित मेडिकल कालेज का नाम महर्षि विश्वामित्र के नाम रखा गया है जिसमें नये विश्वविद्यालय, तकनिकी संस्थाओं आदि की स्थापना की जा रही है। अभ्युदय योजना के माध्यम से युवाओं को अपने जनपद मे ही प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी/कोचिंग की सुविधाएं दी जा रही है, ताकि उन्हे कही अन्यत्र न जाना पड़े। स्वामी विवेकानन्द तकनीकी सक्षम योजना के माध्यम से प्रदेश मे लगभग 15 लाख नवजवानों को टैबलेट एवं स्मार्ट फोन उपलव्ध कराया गया है तथा अगले पांच वर्षो मे 2 करोड़ नवजवानों को टैबलेट व स्मार्टफोन देकर उन्हे तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने का कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे बड़ी संख्या मे युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया एवं उद्यमियों को स्वतः रोजगार से जोड़ा गया जिसमें हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य है।
उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे आधुनिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा के साथ ही व्यवहारिक शिक्षा पर भी जोर दें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति इस दिशा मे आगे बढने के लिए प्रेरित कर रही है। मुख्यमंत्री ने मंच से ‘कर्मयोगी राजेश्वर बाबू स्मृतियो के वातायन से‘ पुस्तक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर प्रभुनाथ चौहान, जिलाधिकारी एमपी सिंह, पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे, अध्यक्ष जिला पंचातय सपना सिंह, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद सरिता अग्रवाल, पूर्व राज्यमंत्री संगीता बलवंत, पूर्व विधायक अलका राय, सुनीता सिंह, सुभाष पासी, जिलाध्यक्ष भाजपा भानु प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
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