अमित शाह मांगों पर उचित निर्णय लें: ध्रुवचन्द जायसवाल
अजय जायसवाल
गोरखपुर। अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के उत्तर प्रदेश इकाई द्वारा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों से महासभा की उचित मांगों पर कोई संज्ञान न लेने पर आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में वैश्य बाहुल्य 17 संसदीय सीटों पिछड़े वैश्यों को चुनाव लड़कर अपना हक़ लेने का निर्णय लिया गया है।महराजगंज संसदीय सीट पर प्रत्याशी विजय जायसवाल की घोषणा पहले ही किया गया है। कुछ महत्वपूर्ण सीटों चयन कर लिया गया है। आचार संहिता लागू होते ही नामों की घोषणा की जायेगी। इसी सन्दर्भ में 31 जनवरी 2024 को एक रजिस्टर डाक एवं ईमेल करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह हस्तक्षेप करके महासभा की मांग पर उचित निर्णय लेंगे तो वैश्य बाहुल्य 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ायेंगे। महासभा अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। अब निर्णय उत्तर प्रदेश सहित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लेना है। उक्त बातें महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ध्रुव जायसवाल ने मीडिया को जारी बयान में कही। साथ ही आगे कहा कि 2020 से मात्र दो मांग महासभा की है— पत्रकारिता जगत से जुड़कर दैनिक अखबार प्रकाशन करते हुए समाज एवं देशहित में उत्तर प्रदेश में कार्यरत है। किसी एक प्रधान संपादक को राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान करें एवं विधान परिषद में महासभा के किसी भी 2 पदाधिकारियों को भी प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान करें।
श्री जायसवाल ने कहा कि 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ने एक भी स्वजातीय बन्धुओं को टिकट नहीं दिया था तथा 2017 के विधानसभा चुनाव में पहले से मात्र 3 विधायक थे। सिर्फ उन्हें ही टिकट दिया था। एक भी अन्य स्वजातीय बन्धु को टिकट नहीं दिया था। महासभा ने स्वजातियों मे राजनैतिक जागरूकता अभियान चलाया और 2022 के चुनाव के पहले स्वतंत्रदेव सिंह उस समय के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष थे, 31 पदाधिकारियों के साथ उनके बंगले पर मिलकर विस्तार से अवगत कराया था। उन्होंने कहा था कि 2022 में आपके समाज का ख्याल रखा जायेगा। 6 स्वजातीय बन्धुओं को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था। 2020 से ही अपने समाज के लिए राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करने का अवसर देने की मांग इसलिए किया। उसी दौरान एक मीडिया घराने से एक प्रधान संपादक को भाजपा ने राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया था, इसलिए महासभा की तरफ से अपने समाज के किसी एक प्रधान संपादक जो दैनिक अखबार प्रतिदिन प्रकाशित करते हैं। राज्यसभा में स्वजातीय बन्धुओं की तरफ से प्रतिनिधित्व कर सके, क्योंकि लोकसभा चुनावों में एक भी टिकट नहीं दिया, इसलिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से आज तक राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करने की मांग निरन्तर कर रहा हूं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि फ़रवरी 2024 में 57 सीटों पर राज्यसभा सांसद चुने जायेंगे। उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर चयन होगा। राजनीतिक गणित के अनुसार भाजपा के 7 तथा सपा के 2 लोगों को प्रतिनिधित्व करने की पुरी सम्भावना है। एक सीट पर कौन जीतेगा, असमंजस में है, इसलिए उत्तर प्रदेश के संगठन के वरिष्ठ नेता स्वतंत्रदेव सिंह पूर्व उत्तर प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं उत्तर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को भी रजिस्टर्ड पत्र 31 जनवरी 2024 को भेज दिया है एवं ईमेल करके मांग किया कि महासभा की मांगों पर उचित निर्णय दिलाने में अपनी भूमिका निभाकर महासभा को हक़ दिलाने में सहयोग करें। शीघ्र ही उक्त महानुभावों से मिलने का प्रयास किया जायेगा।
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