अक्षय वट दत्त भारत भारती इण्टरमीडिएट परीक्षा केन्द्र की छवि धूमिल करने की रची जा रही साजिश
मानक व शासन की मंशा पर खरा उतरने वाले परीक्षा केंद्र पर थोपा गया मिथ्या आरोप, सिस्टम पर सवाल उठा रहे अराजक
अनुभव शुक्ला
सलोन, रायबरेली। यूपी बोर्ड की परीक्षा शुरू होते ही परीक्षा केंद्र न बन पाने तथा नकल पर नकेल कसने से आहत आस-पास में मौजूद विद्यालय कुछ प्रतिष्ठित व्यक्ति, तुच्छ हरकतों पर उतर कर निराधार व मनगढ़ंत आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू कर चुके हैं अराजक तत्वों।
विश्वस्थ सूत्रों से जानकारी मिलने पर जब एक जिला प्रशासन द्वारा विधिवत जांच कर बनाये गये परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर देखा गया तो मौके की हकीकत कुछ और ही निकल कर समक्ष आई दरअसल पूरा मामला सलोन तहसील क्षेत्र के पूरे जोधी स्थित अक्षय वट दत्त भारत भारती इंटरमीडिएट कालेज से जुड़ा हुआ है जिसके विषय में यह भ्रामक जानकारी प्रसारित कि गई थी की मानक के विपरीत बनें परीक्षा केंद्र में सीमेंट की चद्दर के नीचे परीक्षा सम्पन्न करवाई जा रही है। ऐसे ही अन्य आरोपों की झड़ी लगाई गई किंतु मौके पर जाकर देखने और आस-पास जानकारी लेने पर यह ज्ञात हुआ कि अक्षय वट दत्त भारत भारती इंटरमीडिएट कालेज को जिला प्रशासन द्वारा पूर्व की भांति इस वर्ष भी विधिवत स्थलीय निरीक्षण कर समस्त मानकों पर खरा उतरने पर ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है विद्यालय परिसर में 16 से भी अधिक ऐसे कक्ष हैं जिसमें पक्की छत पड़ी हुई हैं और दस शिक्षण कक्ष में ही परिक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। खिड़कियों में भी जाली तक लगी होने के साथ साथ चप्पे-चप्पे की निगरानी उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कमरों से कि जा रही है जो मोबाइल की डिवाइस से जुड़कर चौबिस घंटे निगरानी में रहते हैं। साथ ही परीक्षा के समय केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक, सहायक केंद्र व्यवस्थापक सहित पुलिस कर्मियों की भी मौजूदगी रहती है हद तो तब पार हुई जब परीक्षा केंद्र परिसर में शैक्षणिक कार्य करने वाले दो ऐसे शिक्षकों पर मनगढ़ंत आरोप लगाते हुए कार्यकारिणी का सदस्य होने का मिथ्या आरोप लगाया गया और शिक्षक पिता पुत्र को विद्यालय का सर्वे सर्वा जिम्मेदार बताने के साथ नियमों के उल्लंघन का हवाला दिया गया जबकी आन-लाइन विद्यालय की वेबसाइट व कार्यकारिणी सूची देखने पर यह पता चला कि जिन दो पिता पुत्र शिक्षक शेष नारायण व सोमेश का जिक्र किया गया है, उनका नाम अक्षय वट दत्त भारत भारती इंटरमीडिएट कालेज के 11 सदस्यीय कार्यकारिणी में कहीं वर्णित ही नहीं है। महज कक्ष विद्यालय परिसर में दिन रात सरकारी कर्मचारियों की मौजूदगी रहती है जिससे दूर दूर तक परिक्षा केंद्र में किसी के दखल रहने का प्रश्न ही नहीं उठता है। वहीं इस बाबत विद्यालय प्रबंधक सुषमा देवी ने बताया कि यह विद्यालय पूर्व के 15 वर्षों से लगातार शासन के मानकों पर खरा उतरता चला आ रहा है। शासन के निर्देशों को कड़ाई से पालन कराया जाता है।
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