एसडीएम कार्यालय में कई वर्षों से तैनात अहलमद नहीं बैठते पटल पर
बाहर दरबार लगाकर जरूरतमन्दों से कराते है सेटिंग-गेटिंग पीड़ित जिलाधिकारी से मिलकर करेगा लिखित शिकायत
जयशंकर दूबे
सुल्तानपुर। लगभग पांच वर्षों से एक ही पटल पर विभाग के रहमों करम से तैनात अहलमद बाबू उप जिलाधिकारी कार्यालय सदर में रहकर जमीन के दलालों से खरीद फरोक्त करने, सेटिंग गेटिंग कर मोटी रकम बसूलने की जिम्मेदारी ले रखा है। जरूरतमंद तीमारदार जमीन के दलाल व अहलमद के चक्कर में फंसकर रूपया और समय दोनों बर्बाद कर रहे हैं। मामला है सदर उप जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात अहलमद दानिश का, जो स्थानीय निवासी सदर तहसील खैराबाद सदर कार्यालय में ही रहकर स्थानीय सजातीय लोगों के बीच अपना दबदबा बनाते हुए तीमारदारों से दबंगई कर धनउगाही करने का नया मामला प्रकाश में आया है। सदर तहसील क्षेत्र के लौहार दक्षिण रहने वाले युसूफ ने बताया कि धारा 133 सीआरपीसी के तहत नकल लेने के लिए पिछले 8 महीने से नकल सवाल मय शुल्क सहित जमा किया था। पीड़ित का कहना है कि अगर यह सवाल समय से मिल जाता तो बिचाराधीन वाद का निर्णय समय से हो गया होता। उन्होंने यह भी बताया कि जब अहलमद दानिश से इस संबंध में मय अधिवक्ता के साथ पूछताछ करने कार्यालय पहुंचा तो स्थानीय होने के नाते अहलमद दानिश अपने कुछ स्थानीय चहेतों के साथ कार्यालय गेट से बाहर घूमते दिखाई दिए। पूछताछ में उन्होंने बताया कि मामला बहुत टिपिकल है सदर एसडीएम ने नकल देने से मना किया है हम कुछ अपने व्यक्तिगत कार्य में लगे हैं। मुस्कुराते हुए अहमद दानिश बाहर चले गए। सूत्र बताते हैं कि अहलमद दानिश की तैनाती मृतक आश्रित के पद पर हुई है। सजातीय लोगों के घेरे में रहकर ही वे अपने कार्यालय का कार्य करते हैं। अहलमद दानिश द्वारा स्वयं दिहाड़ी पर रखे गए बाबू ही सारा कामकाज निपटाते हैं। यूसुफ ने यह भी बताया कि मामला नकल से जुडा है और अहलमद दानिश ही इसके मुख्य जिम्मेदार हैं इसलिए इसकी शिकायत लिखित तौर पर जिलाधिकारी से मिलकर करूंगा। इस संबंध में एसडीएम सदर सीपी पाठक से जब बात करना चाहा तो फोन व्यस्त होने के कारण बात नहीं हो सका।
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