फोन का नशा: नहीं मिला मोबाइल फोन तो किशोर ने खा लिया जहर
हालत नाजुक, ट्रामा सेंटर रेफर
सनकी किशोर के घातक कदम से परिजनों में मचा कोहराम
अनुभव शुक्ला
रायबरेली। बड़े बुजुर्ग, महिलाएं ही नहीं नई उम्र के किशोर व बच्चों में मोबाइल फोन आजकल एक लत बन चुका है। जिसमें बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी इसके शिकार हो रहे हैं यहां तक कि मोबाइल अगर बच्चों को न मिले तो वह खतरनाक कदम भी उठा ले रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रायबरेली में आया है। यहां परिजनों द्वारा एक किशोर को मोबाइल चलाने से मना करने पर सनकी किशोर इस कदर नाराज हुआ कि उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल एडमिट किया गया जहां हालत में सुधार न होता देख जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। दरअसल पूरा मामला जिले के सरेनी कोतवाली क्षेत्र स्थित पर्वत खेड़ा गांव का है जहां उपचाराधीन बच्चे के परिजन मनोज ने जानकारी देते हुए बताया कि शेष नाम के किशोर को मोबाइल फोन चलाने की लत लगी थी। जब उसे मोबाइल इस्तेमाल करने से रोका गया तो उसने नाराज होकर कीड़े मारने की दवा का सेवन कर लिया। इस बात का जब पता परिजनों को चला तो परिवार में कोहराम मच गया। तत्काल उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज पहुंचाया गया जहां से उसकी हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल के डॉ. अनुराग शुक्ला ने बताया कि लालगंज से एक बच्चा एडमिट किया गया है जिसने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है, हालत नाज़ुक है। सूत्रों कि माने तो डॉक्टरों ने बच्चे की सेहत में सुधार न देखते हुए उसे ट्रामा सेंटर के लिये रेफर कर दिया है।
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