निजी अस्पताल अब क्षय रोगियों की नहीं छिपा सकेंगे संख्या
निजी अस्पताल अब क्षय रोगियों की नहीं छिपा सकेंगे संख्या
अस्पतालों पर नजर रखने के लिये पीपीएसए के कर्मी हुये तैयार
निजी अस्पताल क्षय रोगियों की नहीं कराते विभाग में रजिस्ट्रेशन
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। जिले के निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे क्षय रोगियों की संख्या को अब छिपाया नहीं जा सकेगा। इसके लिए शासन की तरफ से पब्लिक प्राइवेट सपोर्ट एजेंसी (पीपीएसए) को लगाया गया है। एजेंसी की तरफ से लगाये गये अधिकारियों व कर्मचारियों ने इसके लिए काम भी आरंभ कर दिया है।
उनकी तरफ से किये गये कार्य की पूरी जानकारी प्रतिदिन जिला क्षय रोग अधिकारी व कार्यालय को देनी होगी जिसे विभाग की तरफ से शासन को भेजा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से वर्ष 2025 तक देश व प्रदेश को क्षय रोग से मुक्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए विभाग रोगियों को ढूंढ़ने के लिए संदिग्धों की सेंपलिंग कराने में लगा है। सेंपल पाजिटिव होने पर विभाग के पोर्टल पर उनका रजिस्ट्रेशन किया जाता है जिससे उनको समय पर शासन से मिलने वाली दवाओं से लेकर पौष्टिक आहार का लाभ दिया जा सके, लेकिन जिले में बहुत से ऐसे क्षय रोगी हैं जिनका निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है और अस्पताल रोगियों की पहचान छिपा रहे हैं। इसकी वजह से उनका क्षय रोग विभाग में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। अस्पतालों की इस लापरवाही से शासन की तरफ से रोगियों को मिलने वाली धनराशि व पौष्टिक आहार से वंचित रहना पड़ रहा है।
अपने अस्पतालों में क्षय रोगियों का इलाज कर रहे चिकित्सकों को लगातार पत्र भेज कर निर्देश दिए जा रहे हैं। उसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अब उन अस्पतालों पर नजर रखने के लिए पीपीएसए की तरफ से एक सिटी इंचार्ज और दो फील्ड अफसर को लगाया गया है। यह टीम दो दिनों से अस्पतालों की मैपिंग में लगी हैं। मैपिंग पूरी होने के बाद चिकित्सकों से मिल कर मरीजों के रजिस्ट्रेशन के बारे में जानकारी देंगे। –डा. अजय मोहन जिला क्षय रोग अधिकारी।
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