सभी जिलों में युवा पर्यटन क्लब खोले जायेंगे: मुकेश मेश्राम
आरएल पाण्डेय
लखनऊ। श्री जय नारायण मिश्र महाविद्यालय में अंतर महाविद्यालय सांस्कृतिक प्रतियोगिता दिव्यांकुर 2022 का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुकेश मेश्राम प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश शासन एवं गोपाल सिन्हा वरिष्ठ रंगकर्मी द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा समक्ष दीप प्रज्वलित कर संपन्न हुआ।
इस मौके पर मुख्य अतिथि श्री मेश्राम ने छात्र-छात्राओं से कला, संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत पर खुले दिल से संवाद करते हुए कहा कि हम सभी को किसी न किसी कलात्मक अभिव्यक्ति अथवा रचनात्मकता से जुड़ जाना चाहिए। हमारे कलात्मक अभ्यास हमारे मस्तिष्क को जीवंत रखते हैं और हमें अल्जाइमर व अवसाद जैसी बीमारियों से बचाते हैं। हम सभी को कुछ न कुछ कला के क्षेत्र में जरूर करना चाहिए, चाहे हम कोई कविता लिखें, कहानी लिखे या पेंटिंग करें या कुछ बनाएं, यह हमारे व्यक्तित्व विकास एवं स्वास्थ्य दोनों के लिए बहुत ही हितकारी है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष से सभी 75 जनपदों में अपने अपने जनपद के महोत्सव मनाए जाएंगे और सभी जिलों में युवा पर्यटन क्लब खोले जाएंगे। विशिष्ट अतिथि श्री सिन्हा ने कहा कि कला और संस्कृति से हमारी पहचान बनती है और हमारी पहचान हमारे जीवन को सरल बनाती है। उन्होंने लखनऊ रंगमंच और उसकी समृद्ध विरासत से छात्र छात्राओं को अवगत कराया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे जीसी शुक्ला मंत्री/प्रबंधक महाविद्यालय प्रबंध समिति ने कहा कि देश व समाज यहां तक कि विभिन्न संस्थाओं व संगठनों में भी सांस्कृतिक समृद्धि से संगठनात्मक शक्ति बढ़ती है।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. मीता साह ने सभी अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर किया। साथ ही अनेक महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से आए प्रतिभागियों का स्वागत किया। उप प्राचार्य प्रो. विनोद चंद्रा ने कला, संगीत और माननीय गुणों से सुसज्जित व्यक्तित्व को ही संवेदनशील व्यक्तित्व का परिचायक बताया।
इस दौरान प्रो पायल गुप्ता संयोजक संस्कृतिक समिति ने 2 दिनों तक चलने वाले युवा सांस्कृतिक महोत्सव दिव्यांकुर 2022 की रूपरेखा से सभी को अवगत कराते हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। संपन्न हुई शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिता में श्री गुरु नानक कॉलेज की वैष्णवी सिंह एवं नवयुग डिग्री कॉलेज की यश प्रिया ने राग तोड़ी पर बंदिश सुनाई। शुभम कुमार ने राग भैरव राग एवं संध्या कनौजिया ने राग सावरी पर प्रस्तुति दी। सुगम संगीत प्रतियोगिता में नेशनल पीजी कॉलेज के कार्तिकेय रस्तोगी ने चौक सजाओ, माटी लगाओ, आज मेरे पिया घर आए सुनाया। वहीं हीरालाल वासुदेव कॉलेज की पारुल ने सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए हैं, सुनाकर सबका दिल जीत लिया। नुक्कड़ नाटक के प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं में भारत की सांस्कृतिक विरासत को रेखांकित करते हुए इस पर फिदा हो जाने के अनेक कारण बताएं।
उद्घाटन समारोह का संचालन डा. देविका शुक्ला ने किया। डॉ अनामिका सक्सेना ने उद्घाटन सत्र के समापन पर सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयो के अनेक शिक्षक, छात्र—छात्राएं उपस्थित रहे।
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