आखिर क्यों बैठना पड़ा बजरंग दल व त्यागी महाराज को धरने पर?
आखिर क्यों बैठना पड़ा बजरंग दल व त्यागी महाराज को धरने पर?
पुनीत यादव
सीतापुर। रेउसा थाना क्षेत्र के कस्बा सेवता का मामला प्रकाश में गुरुवार की सुबह से ही सेवता कस्बे में रेउसा, तंबौर, सकरन आदि थानों की भारी पुलिस बल के साथ चप्पे चप्पे पर मुस्तैद हो गयी। सेवता कस्बे में बने प्राचीन माँ सोनासरि देवी मंदिर के दक्षिण दिशा में सरकारी बाजार की ज़मीन पर अपनी जीवन यापन करने हेतु खोखे की दुकान पूर्व प्रधान के द्वारा रखवाई गई थी जिससे इन दुकानों से गरीब लोंगो का जीवन यापन चलता रहा। बाजार में बनी दुकानों पर काफी दिनों से दीवानी की कार्यवाही प्रशासन द्वारा की जा रही थी।
इन दुकानों के पीछे बने मकान मालिक दुर्गा, दिनेश द्वारा दुकानें हटाने को लेकर विरोध किया गया जिस पर प्रशासन ने मामले को संज्ञान लेते हुए जिम्मेदारों को तहसील दिवस में सख्त निर्देश गये जिसमें खोखा दुकानदारों को हटाकर कर दूसरे स्थान पर जिस पर अपनी खोंखे की दुकानें रखे थी।
मामले की सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार अजय यादव और दो लेखपाल अमर सिंह मौर्य, ज्ञानेश्वर सोनी भी मौके पर पहुंचे। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर नारेबाजी पुलिस प्रशासन एवं तहसील प्रशासन के खिलाफ किया गया।
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