बछरावां थाने में रिश्वत लेते उर्दू बाबू का वीडियो हुआ वायरल
बछरावां थाने में रिश्वत लेते उर्दू बाबू का वीडियो हुआ वायरल
दरोगा से लेकर बाबू तक से लूट रहे फरियादी, कारनामे हो रहे उजागर
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
बछरावां, रायबरेली। इन दिनों जिले की पुलिसिंग व्यवस्था तेज—तर्रार पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के नेतृत्व में चुस्त दुरुस्त है जिससे चंद दिनों में ही जिले के अपराध पर शिकंजा कसने में रायबरेली पुलिस सफल दिख रही है किन्तु महाराजगंज सर्किल की करें तो यहां दरोगा से लेकर बाबू तक फरियादी लूटते हुए नजर आते हैं जिससे खाकी पर दाग लगता जा रहा है। अभी हाल ही में महराजगंज सर्किल के ही एक दरोगा के कारनामे सामने आए जिसमें मोन गांव के एक भिखारी को लूटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे थे तो वहीं अब दूसरा मामला महाराजगंज सर्किल क्षेत्र के ही बछरावां थाना से निकलकर सामने आया है जहां थाने में तैनात उर्दू अनुवादक का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ है।
अनुवादक मोहम्मद मजीद ज़मानत तस्दीक किये जाने के नाम पर पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए मुल्जिम को छुडवाये जाने का ठेका भी ले रहा है। रिश्वत लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। हलांकि मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मामले की जांच कराए जाने के बाद बाबू को गिरफ्तार करा लिया है। वादी की तहरीर पर अनुवादक मोहम्मद मजीद के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया। पूरा मामला बछरावां थाना इलाके का है जहां अघौरा गांव निवासी ईश्वरदीन की पत्नी किसी मामले में हुई ज़मानत की तस्दीक कराने थाने गई थी। यहां मोहम्मद मजीद ने इसके लिए पांच हज़ार की रिश्वत मांगी थी। ईश्वरदीन की पत्नी ने अपने बताये स्थान पर बुलाकर पैसे दिए। पैसे देते समय किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
वीडियो वायरल होते ही पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए बाबू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर गिरफ्तार करा लिया है। लगातार एक के बाद एक कारनामों से सुर्खियों में बने रहने वाले महाराजगंज सर्किल के जिम्मेदार आखिर इनका नामों पर शिकंजा क्यों नहीं कस पा रहे हैं। यह एक सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है। लगातार महाराजगंज सर्किल से ही निकलकर सामने आए इन दोनों मामलों ने जिले की पुलिस विभाग की छवि पर बट्टा लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
मामले को संज्ञान में ले भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का दर्ज किया गया: एसपी
इस बाबत पूछे जानेपर पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो व तहरीर को संज्ञान में लें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में अभियोग पंजीकृत कर आरोपी उर्दू अनुवादक मजीद को जेल भेजा जा रहा है। रिश्वतखोरी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।