दो दिवसीय रामाश्रय अधिवक्ता समागम सम्पन्न
दो दिवसीय रामाश्रय अधिवक्ता समागम सम्पन्न
शिवमंगल अग्रहरि
चित्रकूट। बिना अधिवक्ताओं के न्याय की संकल्पना नही की जा सकती। अधिवक्ता समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने का कार्य करता है और बार एवं बेंच न्याय प्रक्रिया के दो प्रमुख स्तंभ है। उक्त बातें उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन (पंजीकृत) के दो दिवसीय रामाश्रय अधिवक्ता समागम के दूसरे दिन तृतीय सत्र में प्रदेश के अधिवक्ताओं को संबोधित करतें हुए कर्वी चित्रकूट के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सूर्यकांत धर दुबे ने कही।
चित्रकूट स्थित श्रीधर धाम के सभागार में चल रहे कर अधिवक्ता संघ कर्वी द्वारा आयोजित कर अधिवक्ता सम्मेलन के दूसरे दिन तृतीय सत्र का आरंभ वेदपाठी द्वय बालको एवं अतिथियों द्वारा माता सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इसके बाद अधिवक्ता संघ कर्वी चित्रकूट के अध्यक्ष पीयूष गोयल ने मंचासीन अतिथियों व सभागार में उपस्थित अतिथियों का स्वागत सम्मान किया।
कार्यक्रम के तृतीय सत्र में मेरठ के अधिवक्ता अजय शर्मा ने सभागार में उपस्थित अधिवक्ताओं एवं अतिथियों के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अंत में उपकास के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम जीत सिंह भदौरिया एवं अन्य अतिथियों ने सभा को संबोधित किया। कर अधिवक्ता संघ कर्वी के संरक्षक संजय अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन के दो दिवसीय अधिवक्ता सम्मेलन को सफल बनाने के लिए प्रदेश के कई जनपदों से आए हुए अधिवक्ताओं के प्रति आभार ज्ञापित किया। इस दौरान स्मारिका का विमोचन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्यकांत धर दुबे ने किया। साथ ही सभी अतिथियों को माला, अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में एडिशनल कमिश्नर सीजीएसटी प्रयागराज हरिश्चंद्र वर्मा, महामंत्री जिला बार एसोसिएशन कर्वी मनोज कंचनी, स्थानीय संघ के निवर्तमान अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के संयोजक अनिल शुक्ला, महामंत्री शिवनाथ त्रिपाठी को, संरक्षक संजय अग्रवाल, महामंत्री उपकास प्रेम शंकर उपाध्याय, संस्थापक अध्यक्ष हर्ष शर्मा, अधिवक्ता राजेंद्र केसरी, प्रमोद गुप्ता, अभिनय केशेरवानी, राकेश त्रिपाठी, दीपचंद गुप्ता, शुभम गुप्ता, अजय द्विवेदी, अजय, ऋषभ, अरमान आदि मौजूद रहे।
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