रमानाथ खैरा को जानने के लिये विचारों की गहराई तक जाना होगा: मनोहर

रमानाथ खैरा को जानने के लिये विचारों की गहराई तक जाना होगा: मनोहर

खैरा जी ने अपने कमल की पंखुड़ियों को कभी भी कीचड़ से भीगने नहीं दिया: प्रो. शर्मा
जयेश बादल
ललितपुर। आजादी के अमृत महोत्सव एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रमानाथ खैरा की 112वीं जयंती पर खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता सप्ताह का आयोजन 28 अगस्त से 04 सितम्बर तक किया गया। 7 सितंबर को जयन्ती के अवसर पर कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने हेतु मुख्य अतिथि उप्र शासन के श्रम राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी एवं विशिष्ट अतिथि सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने कला एवं विज्ञान की देवी मां सरस्वती एवं बाबू जी रमानाथ खैरा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किया। इस अवसर पर गणेश जी के श्लोक का प्रस्तुतिकरण मुख्य अतिथियों के सम्मुख अरनेश खैरा द्वारा किया गया तथा बाल कलाकार कर्णिका त्रिपाठी, आदित्री खैरा, चहक सोनी व पलक कौशिक ने नृत्य द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की।

मुख्य वक्ता नेमवि पूर्व प्राचार्य प्रो. भगवत नारायण शर्मा ने कहा कि रमानाथ खैरा ने अपने कमल की पंखुड़ियों को कभी भी कीचड़ में भीगने नहीं दिया। उनके व्यक्तित्व के बारे में वर्णन करते हुए कहा कि वे अच्छे अधिवक्ता होने के साथ-साथ अच्छे व्यक्तित्व के धनी और कवि व साहित्यकार भी थे। उनकी साहित्य के क्षेत्र में अच्छी पकड़ थी। उन्होंने श्री रामचरितामृत, प्रवासिता प्रिया, जीवन मृत्यु कालचक्र आदि जैसी अनेक पुस्तकें लिखीं। इनमें से श्री रामचरितामृत (गद्य रामायण) एक अमर रचना है। गद्य रचना होने के कारण इसमें दिल और दिमाग का सम्यक है। इसके लिए उन्हें दिल्ली एवं लखनऊ में पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया था। काशीराम बाबा ने रमानाथ खैरा के बारे में कहा कि उनका व्यक्तित्व इतना विशाल है कि उसका वर्णन करने के लिए शब्द ही नहीं है, वे इतने महान व्यक्तित्व थे कि वर्तमान में उनके बारे में बोलना सूरज को दिया दिखाने के समान होगा।

शकुंतला कुशवाहा ने कहा कि खैरा जी एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए बहुत योगदान दिया और ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष के कारण ही आज हम सम्मानपूर्वक खुली हवा में सांस ले रहे हैं। ऐसे महान व्यक्ति के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम का हिस्सा होना ही हमारा सौभाग्य है तथा बाबू जी के नाम को आगे बढ़ाने के लिए भरपूर प्रयास करेंगे। इस कार्यक्रम में ध्यान योग के साथी मनोहर लाल श्रीवास्तव का सम्मान किया गया। उनके बाबू जी के साथ जिस प्रकार के संबंध व प्रेम था वह उनके अश्रु से साफ झलक रहा था। वे उनके बारे में बोलते बोलते भावनाओं में इतना बह गए उनके स्मरण से उनकी आंखों से अश्रु बहने लगे, यह दृश्य बहुत ही भावनात्मक व अतुलनीय था। उन्होंने कहा कि बाबू जी को जानने के लिए विचारों की गहराई तक जाना पड़ेगा,उनका सांसारिक जीवन अधिवक्ता व विधायक से कहीं परे था। कार्यक्रम को कई सम्मानित व्यक्तियों ओम प्रकाश बिरथरे, डॉ सुरेंद्र पाठक, डॉ दीपक चौबे, अजय बरया, महेश श्रीवास्तव भईया, बृजमोहन शर्मा, पं संतोष शर्मा, राजेन्द्र गुप्ता ने सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबू जी का जीवन आदर्श व प्रेरणा का श्रोत है।

कार्यक्रम के अंतर्गत अनेक प्रतिष्ठित एवं सामाजिक व्यक्तियों का सम्मान किया गया। इस संपूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन विभा ताम्रकार द्वारा बहुत ही उत्कृष्ट तरीके से किया गया तथा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत का प्रदर्शन सोनाली संज्ञा मिश्रा व उनके बाल कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई। खेल प्रशिक्षक अर्जुन शुक्ला का सम्मान अन्तरिक्ष खैरा द्वारा किया गया। इसी श्रंखला में अन्य कार्यक्रम जैसे फ्यूजन सोंग, सभी राज्यों के संस्कृति एवं वेशभूषा का प्रदर्शन करने वाला नृत्य, राधा कृष्ण नृत्य, वंदे मातरम् में बाल कलाकार पलक पायल कौशिक, अरनेश खैरा, सार्थक अगरिया, देहि शुक्ला, अलाइना सोनी, लक्ष्मी कुशवाहा, यशिका सोनी आदि कलाकारों व उप्रावि मसौराकलां की छात्राओं द्वारा देश रंगीला गाने पर नृत्य का प्रदर्शन किया गया। महेश श्रीवास्तव भईया, शकुन्तला कुशवाहा सहित अन्य द्वारा कुछ विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए बच्चों को प्रोत्साहन निधि प्रदान की गयी। इस संपूर्ण कार्य को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने की श्रंखला में सुरेंद्र खैरा, सविता खैरा, स्मिता खैरा, इं. निशांत देव खैरा, गौरव खैरा, डॉ आकाश खैरा, डॉ सौम्या कस्तवार, रेखा कस्तवार, उर्वशी गुप्ता, शरद खैरा, विनोद खैरा, नीरज, प्रदीप, सुनील, मिथलेश, संजय, देवेन्द्र खैरा, संध्या खैरा, कल्पना, प्रीति, सुमाली, अंजुला, आराधना, सुनीता, ममता खैरा, कविता सोनी, आस्था, कृति, आकांक्षा, रानी, शकुन, नीलम सोनी, साधना सोनी, चेतना, नयन, तान्या शर्मा, अभिषेक, शुभम् सोनी एवं संपूर्ण खैरा परिवार के सहयोग से संपन्न हुआ।

इस कार्यक्रम में सुदामा प्रसाद बिजपुरिया, कन्छेदी लाल सोनी, केपी सिंह बुंदेला ननौरा पूर्व प्रधान, अजय बरया, हरीबाबू शर्मा, मजीद पठान, गोल्डी त्रिवेदी पनारी, डॉ शैलेंद्र अगरिया, हरीश त्रिपाठी, शिवम, अभिषेक शुक्ला, हरिनारायण चौबे, अतुल खरे, बद्री पाठक, वैभव कुरेले, संदीप श्रीवास्तव, अखलेश तिवारी, उपदेश आचार्य, संगीता सोनी, रुचि गुप्ता, राजकुमारी बुंदेला, सुनीता पंत, शिवानी बेगी, सोनाली संज्ञा, खुशी अभिलाषा शुक्ला, भावना अगरिया, रूबी जैन, विनीता पटेरिया, सपना लक्ष्मण सोनी, मुन्नी कौशिक, दुलैया राजा आदि अतिथिगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर अन्तरिक्ष खैरा ने सभी अतिथियों, गणमान्य व्यक्तियों,सहयोगियों का आभार व्यक्त किया तथा छात्र—छात्राओं को भविष्य में विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया।

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पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर युवक ने ​खाया जहरीला पदार्थ | #TEJASTODAY चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। क्षेत्र के पारा कमाल गांव में पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर बुधवार की शाम युवक ने किटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया। आनन फानन में परिजनों ने उपचार के लिए पुरुष चिकित्सालय लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। क्षेत्र के पारा कमाल गांव निवासी पिंटू राजभर 22 पुत्र संतलाल बुधवार की शाम पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर घर में रखा किटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया। हालत गंभीर होने पर परिजन उपचार के लिए पुरुष चिकित्सालय लाया गया। जहां पर हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

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