सचिव विवेक की ग्रामसभाओं में कायाकल्प के नाम पर हुआ गड़बड़झाला
विशाल रस्तोगी सीतापुर। सरकारी योजनाओं में अपनी जेबों का वजन कैसे बढ़ाना है यह अगर किसी को सीखना है तो वह सबसे पहले सचिव विवेक से मिले सचिव विवेक एकमात्र ऐसा साधन है जो सरकारी योजनाओं में गड़बड़झाला कर अपनी जेबों का वजन बढ़ाने का तरीका बता सकता है। बेहटा ब्लॉक की गलियों में सचिव विवेक के कारनामे चर्चा आम हो रहे हैंं उनकी ग्रामसभाओं में जनता के साथ छल तो किया ही जा रहा है लेकिन अपनी जेबों का वजन कैसे बढ़ाया जाए यह योजना भी बनाई जा रही है। सूत्रों के द्वारा जो दावा किया जा रहा है, उनको नजरअंदाज तो नहीं किया जा सकता है।
यदि उन पर गौर फरमाया जाए तो इन सब का मास्टरमाइंड सचिव विवेक को बताया जा रहा है। जैसे ही ग्रामसभा के विद्यालयों में कायाकल्प करवाने की योजना आई वैसे ही सचिव विवेक ने इस योजना में गड़बड़झाला कर अपनी जेब का वजन बढ़ाने का तरीका खोज लिया और अपने इस गुनाह में ब्लॉक के अन्य अधिकारियों को भी शामिल कर लिया और सरकारी धन का आपस में मिलकर बंदरबांट कर लिया, क्योंकि सचिव विवेक यह अच्छे से जानते थे। सरकारी धन अकेले नहीं हड़प सकते हैं इसलिए कोई विरोध ना करें उन्होंने अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को भी इस गुनाह में भागीदार बना लिया। सचिव विवेक की ग्राम सभाओं में हो रहे कायाकल्प के कार्य की यदि जांच कर ली जाए तो उसमें मानक और नियमों की किस प्रकार से धज्जियां उड़ाई गई है, यह सामने निकलकर आ जाएगा।
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