लगातार हो रही बारिश से गांव से शहर तक बिगड़ने लगे हालात
दीवार गिरी मासूम की मौत कई घायल
विशाल रस्तोगी
सीतापुर। बारिश से शहर से लेकर गांव तक के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रेउसा में दीवार गिरने से एक बालक की मौत हो गई। हरगांव, औरंगाबाद व मछरेहटा में कई घरों की दीवारें भरभराकर गिर गईं। शहर के 20 से अधिक मोहल्लों में जलभराव हो गया। रेलवे कॉलोनी में जलभराव होने से बच्चों की किताबें भीग गई। बाजारों व सरकारी कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा। जिले में लगातार हो रही बारिश से लोग परेशान हैं। सोमवार को दिनभर बारिश होती रही।
हर तरफ जलभराव ही दिखाई दिया। थाना रेउसा क्षेत्र के राजापुर कला गांव निवासी विपिन कनौजिया का पुत्र किशोरी लाल (10) पड़ोसी देशराज भार्गव के दीवार के पास कंचा खेल रहा था। इसी दौरान भरभराकर पक्की दीवार ढह गई। जब तक ग्रामीण मलबे से बाहर निकालते तब तक कर विपिन की जान चली गई। घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। थाना प्रभारी मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजा दिया गया है। हरगांव के ग्राम कल्याणपुर के मजरा कलीनामा पूर्वी में एक मकान की कच्ची दीवार गिरने से तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
रामनाथ के मकान की दीवार गिर गई। जिसमें जयकोरा, अमित व आकाश नीचे दब गए। उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। मछरेहटा की ग्राम पंचायत फतेहनगर के सेमरा गांव में देशराज की कच्ची दीवार गिर गई। इसी गांव के नन्हू, राकेश, गंगादीन व मोलहे की भी कच्ची दीवार ढह गई। औरंगाबाद इलाके के रौतापुर और कमईपुर गांव में कई कच्चे मकान व दीवार गिर गए। औरंगाबाद के अजमत अली व अबरार की कच्ची कोठरी गिर गई। फुरकान की कच्ची छत गिर गई। कमईपुर के जाफर व सुरेश का कच्चा मकान गिर गया। रौतापुर में सुमेर की कच्ची दीवार भी बारिश के चलते गिर गई। बारिश के चलते हरगांव के दीपपुर, गुरुदेव नगर, तीर्थ वार्ड, कजंड मोहल्ला में जलभराव के कारण निकलना मुश्किल हो गया है। बस्ती मार्ग पर स्थित एक मकान में तालाब उफनाने के कारण पंपिंग सेट लगाकर पानी निकाल कर नाले में डाला गया।
बाणगंगा में जलभराव होने के कारण तीर्थ वार्ड निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके अलावा शहर के पूर्णागिरि नगर, खूबपुर, विकास नगर सहित करीब 20 मोहल्लों में पानी भर गया। कलेक्ट्रेट परिसर, तहसील परिसर, विकास भवन, पुराना तहसील सदर भवन के सामने जलभराव होने से लोगों के सामने मुसीबतें आईं। इसके अलावा रेलवे कॉलोनी में लगातार बारिश के चलते सरकारी आवासों की छतों से पानी टपकने लगा है। यहां की निवासी रामदेवी ने बताया कि बारिश के कारण बच्चों की किताबें भीग गई है। यह लोग पन्नी डालकर बरामदे में रह रहे हैं। इन लोगों ने बताया कई बार रेलवे विभाग से इसकी शिकायत की जा चुकी है। बावजूद इसके कोई समाधान नहीं निकल पा रहा है। इससे आक्रोशित होकर लोगों ने प्रदर्शन किया। बारिश के कारण सरकारी कार्यालयों में भी असर दिखाई दिया। नगर पालिका सीतापुर के कार्यालय में करीब 12 बजे कुछ पटलों पर कर्मचारी दिखाई दिए। अन्य खाली रहे।
मोहल्लों में भी बारिश के कारण साफ सफाई व्यवस्था ठप दिखाई दी। इसी तरह विकास भवन के कार्यालयों में भी कर्मचारियों की संख्या बेहद कम दिखी। फरियादी भी कहीं पर भी नजर नहीं आए। अफसरों ने बताया कि बरसात के कारण फरियादी भी नहीं आ रहे है। नैमिषारण्य में बारिश से गोमती के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। इससे गोमती नदी का राजघाट सोमवार को डूब गया। वेदी हाल का चल रहा निर्माण कार्य भी बाढ़ की चपेट में आ गया है। ऐसे में श्रद्धालुओं से किनारे ही स्नान करने की अपील की जाती रही।
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