श्रीमद्भागवत कथा का हुआ समापन, सैकड़ों की हुई भीड़
श्रीमद्भागवत कथा का हुआ समापन, सैकड़ों की हुई भीड़
भगवान की सेवा आत्मा से करने पर मिलती है मुक्तिः मदन मोहन
जयशंकर दूबे एडवोकेट
सुल्तानपुर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में पारिजात के सानिध्य में हो रही भागवत कथा का समापन में श्रोताओं ने ठहाका भी महाराज के मुखार विंदु से हो रही कथा को सुनकर लगाया तो वही विदाई के समय लोगों की आंखें नम भी दिखाई पड़ी। रविवार को कल्पवृक्ष सेवा समिति के तत्वावधान में कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में हो रही श्रीमद्भागवत कथा के समापन के समय डा. मिश्र ने बताया कि श्री कृष्ण समाज के उपदेशक के साथ संस्कार से पिरोये हुए थे।
आज के समय समस्त नारी समाज की इज्जत करना समस्त पुरुषों का कर्तब्य है। यह भी कहा कि समाज को कोरोना जैसे बीमारी से सीख लेना चाहिए कि हमारे शास्त्र में इस जैसी बीमारी का पूर्व में ही जिक्र किया जा चुका है। कल्पवृक्ष धर्मिक स्थल के मुख्य पुजारी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि कल्पवृक्ष के शरण में 29 अगस्त को भव्य भण्डारे का आयोजन किया गया है। इस मौके पर गोलू चौरसिया, संजय, राजकुमार पाण्डेय, बड़े बाबू सहित सैकड़ों की भीड़ मौजूद रही।