जिम्मेदारों की भ्रष्ट करतूत से पात्रों को नहीं मिल रहा आवास का लाभ
जिम्मेदारों की भ्रष्ट करतूत से पात्रों को नहीं मिल रहा आवास का लाभ
संदीप पाण्डेय
नसीराबाद, रायबरेली। गरीब असहाय लोगों के लिए राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार हर वर्ष रहने के लिए पीएम आवास योजना के तहत छत मुहैया करा रही है परंतु विभागीय अधिकारी कर्मचारी सरकार की छवि को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो एसी कमरों में बैठकर आवासों की जांच कर कागजी कालम पूरा करते हुए पात्रों का नाम काट कर आपात्रों की झोली में पीएम आवास सौंप दे रहे है। अब ऐसा क्यों करते हैं यह जांच करने वाले अधिकारी, कर्मचारी व आवास पाने वाले ही जाने। ऐसा ही एक मामला विकास खंड छतोह क्षेत्र के ग्राम पंचायत छतोह में देखने को मिला है।
उक्त ग्राम पंचायत में पीएम आवास सूची के जरिए पात्रों के लिए कई आवास आवंटन हुए है। ग्रामीण नीलम पत्नी प्रेम सिंह, गुड्डन पत्नी लवकुश सिंह, सीमा पत्नी अजय सिंह का कहना है कि पीएम आवास सूची में हम लोगों का नाम था और आवास मिलना था परंतु गांव की राजनीति के तहत ब्लाक के कर्मचारी ब्लाक मुख्यालय में ही बैठकर कागज कालम पूरा करते हुए हम लोगों को अपात्र दिखाकर दूसरो को आवास दे दिये जबकि हम लोगों के पास रहने के लिए मड़ैया के अलावा और कोई अन्य आवास नहीं है और न ही कोई आय की आमदनी है। उन्होंने कहा कि हम लोगों के पास छोटे-छोटे बच्चे हैं। सीमा पत्नी अजय सिंह दोनों पति-पत्नी पैरों से विकलांग है और यह लोग छोटे-छोटे बच्चों के साथ मढैया में ही गुजर बसर कर रहे हैं। उक्त लोगों ने मांग की कि इस मामले में जिले से तीन सदस्यीय टीम द्वारा जांच करवाई जाए। तब पूरा मामला आईना की तरह साफ हो जाएगा कि आवास के लिए कौन पात्र है और कौन अपात्र?
इस मामले में जब ग्राम पंचायत सचिव ओम प्रकाश के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया तो फोन नहीं उठा।
क्या कहते हैं प्रधान प्रतिनिधि शोहराब खां?
जब इस बाबत वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि शोहराब खां ग्राम पंचायत छतोह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आवास के विषय में जांच अधिकारी द्वारा जांच कर पात्रों को आवास आवंटन कराया जाता है। आवास लिस्ट में नाम काटने की जानकारी हमें नहीं है। उक्त सभी आवास पाने हेतु पात्र हैं। दोबारा जांच करवा कर हमारी तरफ से तीनों को आवास दिलवाया जाएगा।
क्या कहते हैं विकास खण्ड अधिकारी केके सिंह?
जब इस बाबत जिम्मेदार विकास खंड अधिकारी केके सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी मैं नया आया हूं। मामला जानकारी में नहीं है। अगर ऐसी बात है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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