स्वामी पंचानन्द गिरि जी महाराज का पंच भौतिक शरीर हुआ पूर्ण
बिहार। जगद्गुरु स्वामी पंचानन्द गिरि जी महाराज का पंच भौतिक शरीर पूरा हो गया| जगद्गुरु स्वामी पंचानन्द गिरि को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि– “जन्म सभी का होता है, अवतार किसी का होता है|
मरने को लाखों मरते हैं, पर नाम किसी का होता है| इस कर्मभूमि में कर्म हेतु, दो तरह के मानव होते हैं| एक जिन्दा रहकर मरता है, एक मरकर जिन्दा रहता है| बताया गया कि स्वामी जी का शिवलोक गमन सनातन धर्मावलम्बियों के लिए अत्यन्त दुखद है| उनका शरीर जरूर पूरा हो गया है लेकिन वह सूक्ष्म रूप में सदैव सनातन धर्मावलम्बियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे|
भगवान उन्हें सालोक्य, सायुज्य और सामीप्य मुक्ति प्रदान करें और उनके शिष्यों एवं भक्तों को शक्ति और सामर्थ्य प्रदान करें, ताकि वह इस दुखद् प्रसंग को सहन कर स्वामी जी के बताये मार्ग पर चलते रहे| इस आशय की जानकारी स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती ने दी है।
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