आंगनवाड़ी व आशाओं के तालमेल से ही होगी छोटे बच्चों की देखभाल: डा. अमित
आंगनवाड़ी व आशाओं के तालमेल से ही होगी छोटे बच्चों की देखभाल: डा. अमित
विवेक राय
चिरईगांव, वाराणसी। छोटे बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों और आशाओं को एक साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। चिरईगांव पीएचसी पर शुक्रवार को “छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल” से सम्बन्धित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में आशाओं एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों को एक साथ प्रशिक्षण देते हुए पीएचसी प्रभारी डॉ अमित सिंह उक्त विचार व्यक्त किया।
साथ ही आगे कहा कि छः माह तक सभीं बच्चों को हर हाल में केवल स्तनपान ही जरुरी है। छ महीने के बाद ही पूरक आहार देने की सलाह देनी चाहिए लेकिन उसके बाद भी स्तनपान कराती रहें। इस बीच आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां बच्चों की आयु के अनुसार निर्धारित लम्बाई व वजन का मांप कर ग्रोथ चार्ट में अंकन अवश्य करें।
पीएचसी प्रभारी ने बताया कि बच्चों के स्वास्थ्य से सम्बन्धित सभीं सूचनाओं का एम सी पी कार्ड में अंकन अवश्य करें। इस मातृ-शिशु कार्ड को देखकर कोई भी उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त कर सकता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षक के रूप में प्रमुख रूप से एचईओ डा मानसी गुप्ता, रेखा उपाध्याय, सुरेन्द्र पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।
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