सभी अनुमानों से अधिक गम्भीर एवं विनाशकारी होगा रेमल महा चक्रवात!

सभी अनुमानों से अधिक गम्भीर एवं विनाशकारी होगा रेमल महा चक्रवात!

अलका—शिप्रा—वैष्णवी ज्योतिष मौसम अनुसंधान और विज्ञान पूर्वानुमान केंद्र द्वारा एक सप्ताह पहले की गई बंगाल की खाड़ी में उठने वाले गंभीर महा चक्रवात की भविष्यवाणी सही सिद्ध हुई। इस महा चक्रवात ने श्रीलंका, अंडमान निकोबार, आंध्र प्रदेश में मध्यम और उड़ीसा, म्यांमार में तीव्र, उड़ीसा, बंगाल, बांग्लादेश, पूर्वोत्तर भारत में प्रचंड विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। रेमल चक्रवात ने 26 को उड़ीसा, कोलकाता, ढाका, बांग्लादेश, म्यांमार के तटीय भागों और 27 मई को उत्तर पूर्वी भारत को 100 से 140 किलोमीटर की महा भयानक चक्रवाती हवाओं के साथ महा भयंकर मूसलाधार वर्षा और भयंकर बिजली की गरज—चमक के साथ सब कुछ तहस-नहस कर देगा। 3-4 दिन दूसरा आधार प्रचंड बारिश भयानक वज्रपात और बिजली की गरज चमक के बीच होता रहेगा।
सबसे खतरनाक बात यह है कि यह महा चक्रवात 3 दिन तक लगातार उड़ीसा, बंगाल, बांग्लादेश, सिक्किम, म्यांमार और पूर्वोत्तर भारत में घूमता रहेगा। यह तृतीय श्रेणी का गंभीर चक्रवात है। इसका प्रभाव श्रीलंका से लेकर सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत से म्यांमार पर विनाशकारी और प्रलयंकारी होगा जबकि पटना में इसका हल्का और जौनपुर सहित आस—पास इसका केवल बहुत हल्का प्रभाव दिखेगा। इस महा चक्रवात के प्रभाव से पूरे भारत में गर्मी और भी भयानक हो जाएगी। साथ ही 18 में से प्रारंभ हुई मानसूनी वर्षा केरल कर्नाटक से आगे गोवा तक पहुंच जाएगी।
यह महाचक्रवात श्रीलंका से लेकर तमिलनाडु, आंध्र, उड़ीसा, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बंगाल, सिक्किम, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार, उत्तर पूर्वी भारत और उसके आगे चिंतक अपना प्रभाव दिखाएगा लेकिन विनाशकारी प्रभाव में उड़ीसा, बंगाल, बांग्लादेश, म्यांमार, उत्तर पूरी भारत और सिक्किम आएंगे जहां लगातार 26 में से लेकर 28 में तक सक्रिय रहेगा। वहां जल प्रलय का दृश्य होगा। सबसे भयानक विनाश बांग्लादेश का होगा जहां इस महा प्रचंड चक्रवात का वेग 100 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच जाएगा। इस महा चक्रवात का वेग जमीन से टकराते समय 150 किलोमीटर की भयानक रफ्तार को पार कर जाएगा। सबसे विशेष बात यह है कि यह चक्रवात केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तर और पश्चिम, उत्तर भारत को जरा सा भी प्रभावित नहीं करेगा, बल्कि इस चक्रवात के प्रभाव से पटना पुरी और विशाखापट्टनम के पश्चिम और उत्तर पश्चिम भाग में आग बरसाने वाली गर्मी बहुत ही प्रतिशत और कल्पना से खड़े हो जाय। जौनपुर, शाहगंज, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, मछलीशहर में 28 और 29 में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस फूलपुर, प्रयागराज, कालपी, झांसी, आगरा, बीकानेर, नया 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है। फलोदी चूरू सहित आस—पास 51 डिग्री से भी अधिक कल्पना से पड़ेगा। तापमान होगा जिसको आज की तारीख में कोई सोच भी नहीं सकता है लेकिन हमारा केंद्र इन सब बातों की बिल्कुल स्पष्ट भविष्यवाणी कर रहा है जिससे लोग सावधान रहे।
डा. दिलीप सिंह एडवोकेट

आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।

Jaunpur News: Two arrested with banned meat

JAUNPUR NEWS: Hindu Jagran Manch serious about love jihad

Job: Correspondents are needed at these places of Jaunpur

बीएचयू के छात्र-छात्राओं से पुलिस की नोकझोंक, जानिए क्या है मामला

600 बीमारी का एक ही दवा RENATUS NOVA

Read More

Recent