स्वर्गीय पिता के कार्य को आगे बढ़ाते हुये राजदीप ने हासिल की नयी उपलब्धि
नरेश कुमार
पीलीभीत। “जब अंधकार से लड़ने का साहस कोई कर लेता है तो एक अकेला जुगनू भी सब अंधकार हर लेता है।” किसी की लिखी यह पंक्तियां बीती रात शहर के एक निजी होटल में राजदीप शर्मा की उपलब्धियों की पुस्तक में एक नया अध्याय जुड़ने पर आयोजित किए गए कार्यक्रम का चित्रण करने के लिए पर्याप्त है। राजदीप शर्मा पेशे से एक अधिवक्ता है जिनके स्वर्गीय पिता बीएस शर्मा भी पेशे से अधिवक्ता थे। 38 वर्षों तक बैंक के कानूनी सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं देते रहे। क्रूर वक्त के आगे बेबस राजदीप शर्मा ने असमय ही एक वर्ष पूर्व अपने पिता को खो दिया लेकिन पिता के नाम को जिंदा रखने के लिए अपने पिता के कार्य को ही आगे बढ़ाने का फैसला करते हुए बैंक के अधिवक्ता के रूप में कार्य करने का वीणा उठाया। पिता की मृत्यु के एक माह बाद ही अपने पिता के कार्य को आगे बढ़ाते हुए राजदीप शर्मा ने बैंक के कानूनी सलाहकार के रूप में कार्य करना प्रारंभ कर दिया और नित नवीन ऊंचाइयों को छूने लगे। इसी के चलते भारतीय स्टेट बैंक ने राजदीप शर्मा पर भरोसा जताते हुए उन्हें स्टेट बैंक का कानूनी सलाहकार नियुक्त किया जिसके उपलक्ष्य में शहर के एक निजी होटल में कार्यक्रम का अयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष डॉ आस्था अग्रवाल ने केक काटकर हॉल में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित कीं। वहीं राजदीप शर्मा ने पालिका अध्यक्ष डॉ आस्था अग्रवाल को पुष्प गुच्छ भेंट करके आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में पालिका अध्यक्ष डॉ आस्था अग्रवाल द्वारा स्टेट बैंक के कर्मियों व पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्ता नंद, पालिका अध्यक्ष डॉ आस्था अग्रवाल, शुभम अग्रवाल, अमिताभ अग्निहोत्री, सुधीर दीक्षित, सौरभ सिंह, संदीप मिश्रा, हनी अरोरा, स्टेट बैंक के कर्मी सहित अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही।
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