पीएम मोदी ने अयोध्या में रामलला का किया पूजन-अर्चन
पीएम मोदी ने अयोध्या में रामलला का किया पूजन-अर्चन
मन्दिर निर्माण के प्रोजेक्ट को बारीकी से समझा
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। रविवार को दीपोत्सव में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रामनगरी आए। उन्होंने पहले श्रीरामजन्मभूमि गए। उन्होंने तकरीबन आधा घण्टा रहे। निर्माणाधीन स्थल पर पहुंचे मोदी ने पहले कार्यदायी संस्था के इंजीनियर्स व प्रमुखों को मंदिर परिसर में जल संचित करने का सुझाव दिया।
कहा कि मंदिर परिसर में कुछ ऐसी युक्ति की जाए, जिससे बारिश के पानी का हमेशा संचयन आसानी से किया जा सके। इस पानी को उपयोग में लाने का फार्मूला भी बताया। इससे पहले रामजन्मभूमि परिसर पहुंचे पीएम ने रामलला का दर्शन पूजन किया। आरती की व परिक्रमा लगाई। प्रसाद ग्रहण किया। पुजारी से वार्ता की। उनके साथ रहीं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला का पूजन किया। इसके बाद मोदी निर्माणाधीन स्थल गए। सीढ़ियों से ऊपर पहुंचे। पहले एलएंडटी प्रोजेक्ट निदेशक वीके मेहता ने पीएम को मंदिर निर्माण के प्रोजेक्ट से अवगत कराया। डिजाइन दिखाई। बताया कि परिसर में कौन-कौन प्रखंड कहां-कहां निर्मित हो रहे हैं।
प्रदर्शनी के जरिए ही पीएम को अब तक हुए निर्माण व उपयोग में लाई गई सामग्री की जानकारी दी। सैंपल दिखाए गए। बंशीपहाड़पुर के पत्थरों को किस तरह जोड़ा जा रहा है, यह भी प्रदर्शित किया गया। मंदिर की ड्राइंग देख पीएम ने एक-एक चरण की जानकारी ली, जैसे नींव खोदाई, राफ्ट निर्माण, प्लिंथ निर्माण और अब हो रहे मंदिर के सुपरस्ट्रैक्चर के बारें में। इस बीच उन्होंने गर्भगृह से कुछ दूरी पर जूता निकाला, दीप जलाकर आरती उतारी। भेंट अर्पित की। दीप प्रज्जवलन में सहयोगी ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय रहे। इस दौरान कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नूपेंद्र मिश्रा, ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, डा. अनिल मिश्रा, टाटा कन्सेल्टेंसी इंजीनियर्स लिमिटेड के अध्यक्ष रमेश कृष्णमूर्ति व गोपाल प्रमुख रूप से रहे।
मंदिर निर्माण को देखने के बाद पीएम मोदी ने नीचे बैठे कार्यदायी संस्था के इंजीनियर्स से संवाद किया। पहुंचते ही उन्होंने पूछा सबसे पुराना कौन है, कई इंजीनियर्स ने हाथ खड़ा किए। कहा कि कोराना कालखंड से हम सब यहीं पर है। खड़े-खड़े पीएम ने सवाल किया कि यहां सभी भाषाओं को जानने वाले हैं, फिर उन्हें बताया गया कि यहां पर देश के कोने-कोने के लोग कार्य कर रहे हैँ। कई भाषाओं को जानने वाले हैं। पीएम का फिर सवाल था कि सभी भाषाओं की जानकारी होने पर यहां आने वाले देशभर के लोगों को जानकारी देने में सुविधा होगी। पीएम ने मंदिर निर्माण की आइडिया के बारे में पूछा। पीएम ने बताया कि स्टेच्यू आफ यूनिटी तथा मोटोरा स्टेडियम बनाया, कहा इन स्थानों पर इस तरह निर्माण हुआ है, कि दुर्घटना नहीं हुई। संवाद में सभी इंजीनियर कुर्सी पर बैठे थे।
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