पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान बना लूट-खसोट का अड्डा
पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान बना लूट-खसोट का अड्डा
पारा मेडिकल में पठन-पाठन करने वाले सैकड़ों छात्र छात्राओं भविष्य अंधकारमय
विनोद कुमार
भभुआ, बिहार। पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान भभुआ (सारंगपुर) मैं निर्मित छात्र-छात्राओं की भविष्य को लेकर तैयार किया गया। पारा मेडिकल में पठन-पाठन हेतु सैकड़ों छात्र छात्राओं का पठन-पाठन के अभाव में भविष्य अंधकारमय है। दूरदराज के ग्रामीण असहाय मजदूर किसान के घरों के छात्रों छात्राओं अपना भविष्य लेकर डाक्टर बनने का हसीन सपना देख रहे है। पारा मेडिकल में शिक्षण संस्थाओं द्वारा 2 वर्ष तक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर प्रमाण पत्र निर्गत होता है।
लेकिन खेद के साथ कहना पड़ता है कि शिक्षण संस्थाओं में प्रशिक्षण एवं शिक्षक के अभाव में बच्चे अपनी भविष्य को टकटकी निगाह से ऊपर की ओर देख रहे हैं। छात्र-छात्राओं द्वारा बिहार सरकार के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, संबंधित सचिवालय, जिलाधिकारी एवं अन्य राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों से भी पठन-पाठन एवं अन्य सुविधाओं को लेकर बार-बार प्रार्थना एवं अनुरोध आग्रह करते रहे। लेकिन बिहार सरकार के कानों में इन छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर जू तक न रेंग सकी। जबकि पारा मेडिकल की सभी जिम्मेदारी कैमूर सिविल सर्जन सह प्रबंधक की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। जबकि बिहार सरकार के द्वारा शिक्षण संस्थाओं को समय-समय पर राशि का भुगतान करते रहा है इन राशियों का प्रबंधक के द्वारा लूट – सूट का अड्डा बना हुआ है।
जिला मुख्यालय में स्थित जिला के आला अधिकारी उपस्थित रहने के बावजूद भी समय-समय पर औचक निरीक्षण करने के अभाव में या उनके भ्रष्टाचार में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शामिल होना यह शुभ संकेत देता है। इन शुभ संकेतों के कारण छात्र-छात्राओं की भविष्य अंधकार में व्यक्त हो रहा है। जिम्मेदारी से भाग रहे लोगों अपने ही देश के बच्चों का भविष्य को खराब करने पर तुले हुए हैं मात्र तनख्वाह उठाकर दोहरी नीति का लाभ उठा रहे है। ऐसे अफसरों के ऊपर बिहार सरकार के द्वारा विशेष निगरानी रखने पर ही बिहार का नाम देश में रोशन हो सकता है।
कैमूर जिला परिषद सह बसपा प्रदेश महासचिव विकास कुमार सिंह उर्फ लल्लू पटेल ने औचक निरीक्षण करने हेतु अपने दल बल के साथ पारा मेडिकल पर पहुंच गए। छात्र-छात्राओं की ज्वलंत समस्या को सुनते हुए एवं निरीक्षण करने के दौरान भारी पैमाने पर अनियमितता पाया है। उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय प्रशासन के द्वारा पारा मेडिकल के छात्र छात्राओं के भविष्य को अंधकार में रखते हुए लूट एवं सूट का अड्डा बन कर रह गया है। उन्होंने बिहार सरकार से यथाशीघ्र शिक्षण संस्थानों में शिक्षक एवं बुनियादी चीजों को पूरा करने का मांग किया है।