एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
अंकित सक्सेना
बदायूं। गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन प्राचार्या प्रोफेसर गार्गी बुलबुल के निर्देशन में किया गया। कार्यशाला कैरियर काउंसलिंग से संबंधित रही ।जिसमें छात्राओं को ब्यूटीशियन, कंप्यूटर से संबंधित जानकारी दी गई और साथी ही शिक्षा शास्त्र, समाज शास्त्र, अर्थशास्त्र एवं हिंदी अंग्रेजी के विभिन्न शाखाओं एवं उनसे जुड़े कैरियर से संबंधित विषयों के बारे में बताया गया। यह भी बताया गया कि छात्राएं अपनी रूचि के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में जा सकती हैं।
कंप्यूटर कोर्स का फुल फॉर्म पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कंप्यूटर एप्लीकेशन होता है। यदि आपने अपने ग्रेजुएशन का पढ़ाई पूरा कर लिया है और उसके बाद का कोर्स करना चाहते हैं तो पीजीडीसीए एक बेहतर कोर्स है जिसको करके आप कंप्यूटर के क्षेत्र में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। समाज शास्त्र में सोशियोलॉजिस्ट, प्रोफेसर, कम्यूनिटी ऑर्गेनाइजर, कंसल्टेंट, लेक्चरर, काउंसलर आदि को चुन सकते है। सोशियोलॉजी में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कैरियर के कई ऑप्शन मिल जाते हैं जिसमें प्राइवेट और सरकारी दोनो सेक्टर में नौकरी करने के मौके मिलेंगे।इंग्लिश में ग्रेजुएशन के बाद कई सेक्टर में करियर बनाने के दरवाजे खुल जाते हैं।
इसके बाद छात्र प्राइवेट सेक्टर के अलावा सरकारी ऑफिस में बतौर लैंग्वेज अधिकारी, पीआर ऑफिसर, टीचर, ट्रांसलेटर के तौर पर करियर बना सकते हैं। शिक्षा शास्त्र के क्षेत्र में आप एक शिक्षक, एक व्याख्याता, एक प्राचार्य के तौर पर कार्य कर सकते है। शिक्षा के क्षेत्र में आप निजी संस्थानों में भी कार्य कर सकते हैं जिसमे प्राइवेट ट्यूटर शामिल हैं।
हिन्दी का प्रयोग केंद्र सरकार द्वारा संसदीय, न्यायिक और सामान्य संचार में किया जाता है. प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, इंटरनेट, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में हिन्दी खूब इस्तेमाल हो रही है। फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म पर भी अब हिन्दी का दबदबा है। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों ने भी हिन्दी में काम करना शुरू कर दिया है।
ऐसे में करियर की अनेक संभावनाएं हैं। शारीरिक शिक्षा से संबंधित विषय में बताया गया कि किसी भी विषय का छात्र शारीरिक शिक्षा पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकता है। कुछ खेलों को छोड़कर इस कोर्स को करने के लिए कोई विशेष आयु सीमा नहीं है। एक इच्छुक छात्र शारीरिक शिक्षा में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या डिग्री कोर्स कर सकता है। कार्यशाला में अंग्रेजी विभाग की डा. शुभी भसीन, समाज शास्त्र विभाग से डॉ इति अधिकारी, हिंदी विभाग से डॉ शिखा पांडेय, डॉ निशी अवस्थी, शिक्षा शास्त्र विभाग से डा. शालू गुप्ता, डॉ वंदना वर्मा, शारीरिक शिक्षा विभाग से डा. श्रद्धा यादव, डा. सोनी मौर्य आदि उपस्थित रहीं।
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