जिलाधिकारी के जन्मदिन पर बच्चों ने काटा केक किया पौधारोपण | #TEJASTODAY

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सौरभ सिंह सिकरारा, जौनपुर। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के जन्मदिन पर सोमवार को खानापट्टी में अमित सिंह जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ जौनपुर ने बच्चों के साथ केक काटकर जन्मदिन मनाया। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह जिले के लिए एक आदर्श है और वो शिक्षा के क्षेत्र में और कोरोना जैसे संकट में जिले के लिए किसी प्रकार का संकट नहीं आने दिया। वहीं जगह जगह पौधारोपण भी किया गया। माँ शारदा इंटरमीडिएट बालिका विद्यालय खानापट्टी में समाज सेवी अतुल सिंह शेरवा के द्वारा पौधा लगाया गया और खानापट्टी में विजय बहादुर सिंह के द्वारा पौधा लगाया गया। सिकरारा बीआरसी पर खण्ड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव ने भी पौधारोपण किया साथ में प्राथमिक विद्यालय ताहिपूर मे अमित सिंह प्रधानाअध्यापक अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ केजिलाध्यक्ष ने अपने विद्यालय पर पौधारोपण किया। उनके साथ प्रताप यादव सूर्या मनोज जायसवाल, वहीं प्राथमिक शिक्षक संघ के सन्युक्त मंत्री शैलेन्द्र सिंह ने भी पौधारोपण किया और प्राथमिक शिक्षक संघ के संगठन मंत्री अश्वनी सिंह ने पौधारोपण किया।

सौरभ सिंह
सिकरारा, जौनपुर। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के जन्मदिन पर सोमवार को खानापट्टी में अमित सिंह जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ जौनपुर ने बच्चों के साथ केक काटकर जन्मदिन मनाया। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह जिले के लिए एक आदर्श है और वो शिक्षा के क्षेत्र में और कोरोना जैसे संकट में जिले के लिए किसी प्रकार का संकट नहीं आने दिया।सौरभ सिंह सिकरारा, जौनपुर। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के जन्मदिन पर सोमवार को खानापट्टी में अमित सिंह जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ जौनपुर ने बच्चों के साथ केक काटकर जन्मदिन मनाया। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह जिले के लिए एक आदर्श है और वो शिक्षा के क्षेत्र में और कोरोना जैसे संकट में जिले के लिए किसी प्रकार का संकट नहीं आने दिया। वहीं जगह जगह पौधारोपण भी किया गया। माँ शारदा इंटरमीडिएट बालिका विद्यालय खानापट्टी में समाज सेवी अतुल सिंह शेरवा के द्वारा पौधा लगाया गया और खानापट्टी में विजय बहादुर सिंह के द्वारा पौधा लगाया गया। सिकरारा बीआरसी पर खण्ड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव ने भी पौधारोपण किया साथ में प्राथमिक विद्यालय ताहिपूर मे अमित सिंह प्रधानाअध्यापक अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ केजिलाध्यक्ष ने अपने विद्यालय पर पौधारोपण किया। उनके साथ प्रताप यादव सूर्या मनोज जायसवाल, वहीं प्राथमिक शिक्षक संघ के सन्युक्त मंत्री शैलेन्द्र सिंह ने भी पौधारोपण किया और प्राथमिक शिक्षक संघ के संगठन मंत्री अश्वनी सिंह ने पौधारोपण किया।

वहीं जगह जगह पौधारोपण भी किया गया। माँ शारदा इंटरमीडिएट बालिका विद्यालय खानापट्टी में समाज सेवी अतुल सिंह शेरवा के द्वारा पौधा लगाया गया और खानापट्टी में विजय बहादुर सिंह के द्वारा पौधा लगाया गया। सिकरारा बीआरसी पर खण्ड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव ने भी पौधारोपण किया साथ में प्राथमिक विद्यालय ताहिपूर मे अमित सिंह प्रधानाअध्यापक अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ केजिलाध्यक्ष ने अपने विद्यालय पर पौधारोपण किया।

जौनपुर। अध्यक्ष नीलामी समिति/अपर प्रधान न्यायधीश तृतीय कुटुम्ब न्यायालय ने अवगत कराया है कि जनपद न्यायालय परिसर स्थित समस्त कैंटिन, पान शॉप व स्टेशनरी की दुकान एवं वाहन स्टैंड की सार्वजनिक नीलामी 10 जुलाई को 2 बजे दिन में परिसर स्थित सभागार में की जायेगी।

नके साथ प्रताप यादव सूर्या मनोज जायसवाल, वहीं प्राथमिक शिक्षक संघ के सन्युक्त मंत्री शैलेन्द्र सिंह ने भी पौधारोपण किया और प्राथमिक शिक्षक संघ के संगठन मंत्री अश्वनी सिंह ने पौधारोपण किया।

चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। काफी दिनों से फरार चल रहे बीस बीस हजार के दो इनामिया बदमाश को क्षेत्र के दो अलग-अलग स्थानों से सोमवार को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर चालान न्यायालय भेज दिया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अपराधियों के विरूद्ध चलाए जा रहे। अभियान के क्रम में सोमवार की सुबह मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र अरंद गांव के समीप से भागने की फिराक में था पशु क्रूरता व गैंगस्टर एक्ट में निरूद्ध बीस हजार रुपए का ईनामी बदमाश सुहेल पुत्र अब्दुल वहाब निवासी निवासी अरंद को गिरफ्तार कर लिया। इसी तरह अभियान के क्रम में पुलिस ने सोमवार की सुबह मुखबिर की सूचना पर क्षेत्र के असरफपुर उसरहटा गांव से गोवध अधिनियम गैंगस्टर एक्ट निरूद्ध बीस हजार रुपए का ईनामी शाह आलम पुत्र गया सुद्दीन निवासी असरफपुर उसरहटा को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय भेज दिया। जौनपुर। भाजपा कार्यालय पर सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुये जिलाध्यक्ष श्री पुष्पराज सिंह के अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें आपातकाल पर चर्चा हुई। जिलाध्यक्ष ने कहा कि 25 जून का दिन एक विवादस्पद फैसले के लिए जाना जाता है यही वह दिन था जब देश में आपातकाल लगाने की घोषणा हुई तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जनता को बेवजह मुश्किलों के समुंदर में धकेल दिया। 25 जून, 1975 को आपातकाल की घोषणा की गई और 26 जून 1975 से 21-मार्च 1977 तक यानी 21 महीने की अवधि तक आपातकाल जारी रहा। आपातकाल के फैसले को लेकर इंदिरा गांधी द्वारा कई दलीलें दी गईं। देश को गंभीर खतरा बताया गया, लेकिन पर्दे के पीछे की कहानी कुछ और ही थी उन्होंने कहा कि हमारे जिले जौनपुर से भी कई नेता जेल गए जिसमे मुख्य रूप से पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह अल्प आयु में ही जेल गए कैलाश विश्वकर्मा जी, हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव तमाम नेता जेल गये थे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आपातकाल की नींव 12 जून 1975 को ही रख दी गई थी जब इंदिरा गांधी के खिलाफ संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के प्रत्याशी राजनारायण ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की राजनारायण ने अपनी याचिका में इंदिरा गांधी पर 6 आरोप लगाये थे 12 जून 1975 को राजनारायण की इस याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया इंदिरा गांधी को चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का दोषी पाया गया और इंदिरा गांधी के निर्वाचन को रद्द कर दिया और 6 साल तक उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी। हाईकोर्ट के फैसले के बाद इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ता इसलिए इस लटकती तलवार से बचने के लिए प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर आपात बैठक बुलाई गई। इस दौरान कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष डीके बरुआ ने इंदिरा गांधी को सुझाव दिया कि अंतिम फैसला आने तक वो कांग्रेस अध्यक्ष बन जाएं और प्रधानमंत्री की कुर्सी वह खुद संभाल लेंगे लेकिन बरुआ का यह सुझाव इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी को पसंद नहीं आया संजय की सलाह पर इंदिरा गांधी ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ 23 जून को सुप्रीम कोर्ट में अपील की सुप्रीम कोर्ट ने अगले दिन 24 जून 1975 को याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि वो इस फैसले पर पूरी तरह से रोक नहीं लगाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें प्रधानमंत्री बने रहने की अनुमति दे दी, मगर साथ ही कहा कि वो अंतिम फैसला आने तक सांसद के रूप में मतदान नहीं कर सकतीं विपक्ष के नेता सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला आने तक नैतिक तौर पर इंदिरा गांधी के इस्तीफे पर अड़ गए। एक तरफ इंदिरा गांधी कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ रहीं थीं, दूसरी तरफ विपक्ष उन्हें घेरने में जुटा हुआ था। गुजरात और बिहार में छात्रों के आंदोलन के बाद विपक्ष कांग्रेस के खिलाफ एकजुट हो गया। लोकनायक कहे जाने वाले जयप्रकाश नारायण (जेपी) की अगुआई में विपक्ष लगातार कांग्रेस सरकार पर हमला कर रहा था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अगले दिन 25 जून 1975 को दिल्ली के रामलीला मैदान में जेपी ने एक रैली का आयोजन किया जिसमे अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, आचार्य जेबी कृपलानी, मोरारजी देसाई और चंद्रशेखर जैसे तमाम दिग्गज नेता एक साथ एक मंच पर मौजूद थे। विपक्ष के बढ़ते दबाव के बीच इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 की आधी रात को तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद से इमरजेंसी के घोषणा पत्र पर दस्तखत करा लिए जिसके बाद सभी विपक्षी नेता गिरफ्तार कर लिए गए 26 जून 1975 को सुबह 6 बजे कैबिनेट की एक बैठक बुलाई गई इस बैठक के बाद इंदिरा गांधी ने ऑल इंडिया रेडियो के ऑफिस पहुंचकर देश को संबोधित किया उन्होंने कहा कि आपातकाल के पीछे आंतरिक अशांति को वजह बताई लेकिन इसके खिलाफ गहरी साजिश रची गई इसके बाद प्रेस की आजादी छीन ली गई, कई वरिष्ठ पत्रकारों को जेल भेज दिया गया अखबार तो बाद में फिर छपने लगे, लेकिन उनमें क्या छापा जा रहा है। ये पहले सरकार को बताना पड़ता था। इमरजेंसी का विरोध करने वालों को इंदिरा गांधी ने जेल भेज दिया था 21 महीने में 11 लाख लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. 21 मार्च 1977 को इमरजेंसी खत्म करने की घोषणा की गई। इंदिरा गांधी और कांग्रेस आपातकाल को संविधान के अनुसार लिए गया फैसला बताते रहे, लेकिन वास्तव में उन्होंने 1975 में संविधान द्वारा दिए गए इस अधिकार का दुरुपयोग किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंघानियां, अमित श्रीवास्तव, जिला महामंत्री शुशील मिश्रा, पीयूष गुप्ता, जिला मंत्री राजू दादा, अभय राय डीसीएफ चेयरमैन धन्यजय सिंह, भूपेंद्र पांडे, आमोद सिंह, विनीत शुक्ला, राजवीर दुर्गवंशी, रोहन सिंह, इन्द्रसेन सिंह प्रमोद, अनिल गुप्ता, प्रमोद प्रजापति, भाजयुमो जिला महामंत्री विकास ओझा, शुभम मौर्या आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सौरभ सिंह सिकरारा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के कलवारी स्थित राहुल महाविद्यालय के पास एक जनरल स्टोर में शनिवार की रात शार्ट सर्किट से अचानक आग लगी जिससे लाखों का सामान जलकर राख हो गया। पुराबघेला निवासी सुरेश गौतम कलवारी में किराये के मकान में जनरल स्टोर चलाते हैं। बीती रात दुकान बंदकर वह दुकान की दूसरी मंजिल पर सोने चले गए। रात करीब 1 बजे नीचे से उठ रहे धुंए से उनकी नींद खुली तो शोर मचाते हुए नीचे आये। दुकान से सामान जलने का धुँआ उठ रहा था। किसी तरह बिजली को कट कराकर आग पर काबू पाया गया लेकिन तब तक काफी सामान जलकर नष्ट हो गया। रविवार की सुबह सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी ली। दुकान मालिक के अनुसार करीब तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ है। पंकज बिंद महराजगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के बरहुपुर गांव निवासी अमित यादव पुत्र दयानाथ यादव कोटेदार का बिहार लोकसेवा चयन आयोग के परीक्षा परिणाम में एक बार फिर लिस्ट में नाम आया है। बता दें कि अमित यादव अभी यूपी पीसीएस 2017 बैच में खण्ड विकास अधिकारी के रूप में बाँदा जिले में कार्यरत हैं। शुक्रवार को आये परीक्षा परिणाम के लिस्ट में अमित का नाम आने से एक बार फिर उनके परिवार व जिले में हर्ष व्याप्त है। जिसका अंतिम चरण यानी इंटरव्यू अभी होना है। फिलहाल अमित यादव का कहना है कि सफलता की सीढ़ी पर कितना ऊपर तक जा सकते हैं उसके लिए हम आज भी संघर्षरत है।

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