ग्राम पंचायत अधिकारी से मारपीट के विरोध में धरने पर बैठे अधिकारी व कर्मचारी संघ
ग्राम पंचायत अधिकारी से मारपीट के विरोध में धरने पर बैठे अधिकारी व कर्मचारी संघ
देवी प्रसाद शर्मा
आजमगढ़। पल्हना ब्लाक में तैनात सेक्रेटरी के साथ दुर्व्यवहार व मारपीट के मामले में सोमवार को विकास भवन के सामने ग्राम पंचायत अधिकारी संघ, सफाई कर्मी संघ, एपिओ व रोजगार सेवक संघ ने जहां कार्य के बहिष्कार का निर्णय लिया, वहीं ब्लाक प्रमुख पल्हना के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।
ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के साथ ही सभी संघों ने एक स्वर में कहाकि जब तक ब्लाक प्रमुख पल्हना के ऊपर मुकदमा पंजीकृत के साथ ही गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक सभी संघ अपने अपने कार्यों से विरत रहेंगे। इसके अलावा ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के साथ ही सभी संघों ने जिलाधिकारी से मिलकर ब्लाक प्रमुख पल्हना के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्रक भी दिया। बता दें कि पल्हना ब्लक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी उमाशंकर प्रसाद का आरोप है, कि ब्लाक पर 26 अप्रैल को प्रार्थी ने चिलबिला गांव के पूर्व ग्राम प्रधान महेंद्र सिंह के कहने पर उनका संयुक्त रूप से परिवार रजिस्टर की नकल जारी कर दिया था, इसके बाद ब्लाक प्रमुख सोनू सिंह ने 30 अप्रैल को अपने कार्यालय में बुलाया, और कहा कि तुम किसके कहने पर परिवार रजिस्टर की नकल जारी किए हो, इसके साथ ही ब्लाक प्रमुख ने भद्दी भद्दी गाली देने के साथ ग्राम पंचायत अधिकारी के साथ मारपीट भी किया, और जान से मारने की धमकी दी, इस बात की शिकायत सेक्रेटरी उमाशंकर प्रसाद ने खंड विकास अधिकारी के साथ ही साथ अपने संगठन को दिया, इसके बाद संगठन के लोग सोमवार को विकास भवन के सामने सैकड़ों की संख्या में जुटे, और एक स्वर में कहा कि जब तक ब्लाक प्रमुख पल्हना के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक धरना के साथ ही कार्य का बहिष्कार होता रहेगा।
अविश्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटाए जाने की भी मांग उठी
पल्हना ब्लक प्रमुख अनुराग सिंह सोनू पर कार्रवाई के लिए ज़िले के 22 ब्लाकों के ग्राम पंचायत अधिकारियों ने कामकाज ठप करते हुए प्रदर्शन किया। ये सभी अपने एक साथी ग्राम पंचायत अधिकारी की पिटाई से आक्रोशित हैं। सोमवार की सुबह विकास भवन पर पहुंचे इन ग्राम पंचायत अधिकारियों ने ब्लाक प्रमुख के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए जोरदार नारेबाजी की। ग्राम पंचायत अधिकारियों ने इस बावत मुख्य विकास अधिकारी और जिलाधिकारी को अपनी मांगों से सम्बन्धित ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दी गई कि यदि 48 घंटे के अंदर अगर कार्रवाई नहीं की गयी तो सभी पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, सफाईकर्मी एवं सहायक विकास अधिकारी (पं) बाध्य होकर अपना समस्त शासकीय कार्य रोक देंगे। ज्ञापन देते समय सविअ (पं) अध्यक्ष अमरजीत सिंह, ग्रापंअ संघ के अध्यक्ष शान्ति शरण सिंह, ग्राविअ संघ के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद राय, रोजगार सेवक संघ के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, सफाईकर्मी संघ के अध्यक्ष सीपी यादव, ग्रापंअ संघ के मंत्री अनिल कुमार सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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