20 दिन से गायब नाबालिग किशोरी का पता नहीं लगा सकी नसीराबाद पुलिस
नामजद तहरीर देने पर भी नहीं हो रही कार्यवाही
अनुभव शुक्ला
सलोन/नसीराबाद, रायबरेली। थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो जाएगा। 17 वर्षीय किशोरी को आज से 20 दिनों पूर्व नाबालिग किशोरी को पढ़ाने वाली शिक्षिका ने अपने घर पर रामचरितमानस के उपलक्ष्य में हुए कार्यक्रम में सम्मिलित करने के लिए बुलाया था। जहां पर रात भर किशोरी अपनी मैडम के यहां रही किंतु जब उसके परिजन सुबह किशोरी के न आने पर मैडम से जानकारी लिया तो मैडम ने किशोरी के बाबत जानकारी के संबंध में साफ इंकार कर दिया जिसके बाद मैडम के खिलाफ परिजनों में नामजद तहरीर नसीराबाद थाना में दिया किंतु आज तक न ही किशोरी की बरामदगी हो सकी और न ही मैडम पर कोई कार्यवाही हो सकी।
जी हां, हम बात कर रहे हैं नसीराबाद थाना क्षेत्र के पूरे शुक्ल मजरे महमदपुर की जहां के पीड़ित रामगोपाल सिंह ने बताया कि बीते 4 जनवरी को हमारी पुत्री चांदनी सिंह जिसकी उम्र लगभग 17 वर्ष है। वह नसीराबाद के एक स्कूल पढ़ने गई थी जहां से उसे पढ़ाने वाली कमलेश नाम कि शिक्षिका हमारी पुत्री चांदनी को अपने घर में हो रहे रामचरितमानस के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में ले गई।
जब सुबह अपने पुत्र की खोज की तो मैडम कमलेश ने हमारी पुत्री के बाबत अंजान बन साफ इनकार कर दिया किंतु उसी के बाद यह पता चला कि हमारी पुत्री चांदनी को कमलेश मैडम अपने साथ लेकर के घर गई थी जिसके बाबत नसीराबाद थाना प्रभारी को नामजद तहरीर देते हुए मामले में कार्यवाही की मांग की किंतु आज तक न हमारी पुत्री को बरामद करवाया गया और न ही कमलेश मैडम के विरुद्ध कोई कार्यवाही की गई सिर्फ गुमशुदा तलाश के पोस्टर छपवा खानापूर्ति कि जा रही है। अब देखना यह है कि क्या नसीराबाद पुलिस एक नाबालिग किशोरी को बरामद करवा पाती है या फिर एक माता-पिता अपनी पुत्री के न्याय कि गुहार लगाते ही रहेंगे.? इस पूरे मामले से नसीराबाद पुलिस कि कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है।