गृहविज्ञान विभागाध्यक्ष व सहयोगियों के खिलाफ दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
गोरखपुर(पीएमए)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की बीएससी की छात्रा प्रियंका की मौत के मामले में कैंट पुलिस ने गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष और उनके सहयोगियों पर हत्या की धारा में रविवार को केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर, इस घटना को लेकर दिन भर राजनीति होती रही। विश्वविद्यालय प्रशासन को कठघरे में खड़ा करते हुए सभी पार्टी के लोगों ने हत्या का केस दर्ज करने की मांग की।
नगर विधायक डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने छात्रा के घर पहुंच कर लोगों के सामने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पढ़कर सुनाया और छात्रा की हत्या करने के बाद शव लटकाने की बात कहते हुए पीड़ित पिता से केस दर्ज कराने को कहा। परिवारीजन भी बिना केस दर्ज हुए अन्तिम संस्कार न करने को लेकर अड़े रहे। इसके बाद कैंट पुलिस ने पिता की तहरीर पर केस दर्ज किया।
शाहपुर क्षेत्र के शिवपुर सहबाजगंज की रहने वाली बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा प्रियंका की शनिवार को विश्वविद्यालय के गृह विभाग विभाग में स्टोर रूम के पास गैलरी में फंदे से लटकती लाश मिली थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुदकुशी की आशंका जताई थी। वहीं छात्रा के पिता ने हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाया था। शनिवार की देर रात को छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करा कर रविवार की सुबह अन्तिम संस्कार की तैयारी थी लेकिन छात्रा की मौत की खबर के बाद शाहपुर के शिवपुर सहबाजगंज स्थित मकान पर छात्र नेताओं के साथ ही विभिन्न पार्टी से जुड़े नेताओं का तांता लगने लगा और राजनीति शुरू हो गई है। पुलिस ने इस राजनीति से बचने के लिए छात्रा के पिता विनोद कुमार की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
पिता ने कुछ यूं लिखी है तहरीर
पुलिस को दिए तहरीर में प्रियंका के पिता विनोद ने कुमार ने लिखा है कि मेरी बेटी दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर में बीएससी गृह विज्ञान तृतीय वर्ष की छात्रा थी। 31 जुलाई को वार्षिक परीक्षा के लिए अपने भाई के साथ सुबह 8.30 बजे घर से निकली थी।
बेटा यूनिवर्सिटी गेट पर छोड़कर चला आया था। दोपहर में करीब 12 बजे मेरे मोबाइल पर विश्वविद्यालय चौकी प्रभारी ने फोन किया और प्रियंका के मौत की सूचना दी। परिवार के लोगों के साथ मैं विश्वविद्यालय पहुंचा तो देखा कि मेरी बेटी गृह विज्ञान विभाग के छत में लगे ट्यूब लाइट के फ्रेम में फंदे से लटक रही थी। विनोद ने कहा कि बेटी प्रियंका की गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष एवं उनके सहयोगियों ने मिलकर हत्या करके साजिशन साक्ष्य छिपाने के लिए शव को लटका दिया है।
मौके से मेरी पुत्री की घड़ी गायब मिली। उसके दोनों पैर जमीन को टच कर रहे थे। कुछ दूरी पर उसके चप्पल और अन्य सामान मिले। मेरी बेटी के कपड़े भी धूल धुसरित थे। उसके सिर के पिछले भाग पर चोट के गहरे निशान दिख रहे थे। मुझे आशंका है कि उसके साथ कोई अनहोनी हुई है। विश्वविद्यालय प्रशासन इसे आत्महत्या का रूप देना चाहता है।
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