रेप के आरोप में फंसे रायबरेली के मनरेगा उपायुक्त
रेप के आरोप में फंसे रायबरेली के मनरेगा उपायुक्त
बदायूं पुलिस ने जेल भेजा, महिला ने शादी का झांसा देकर रेप का लगाया है आरोप
अंकित सक्सेना
बदायूं। बुधवार को सिविल लाइन थाना पुलिस ने रायबरेली के मनरेगा उपायुक्त का चालान कर कोर्ट में पेश किया। यहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। मनरेगा उपायुक्त पर एक महिला ने शादी का झांसा देकर रेप का केस दर्ज कराया था।
मनरेगा उपायुक्त जीपी कुशवाहा साल 2012 में बदायूं के सहसवान ब्लाक के बीडियो के पद पर तैनात थे। वहीं तैनात चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी ने उन पर तैनाती के दौरान शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप लगाया। यह भी आरोप है कि आरोपी पीड़िता को आगरा और नैनीताल भी घुमाने ले गया था। जब पीड़िता ने शादी को कहा तो आरोपी मुकर गया। इतना ही नहीं, उसके दो सहयोगियों ने पीड़िता को जान से मारने की धमकी तक दे डाली। इसके बाद आरोपी का ट्रांसफर हो गया।
17 जनवरी को दर्ज हुआ मुकदमा
महिला ने तकरीबन 11 साल बाद 17 जनवरी 2023 को सिविल लाइंस थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया तो पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी जबकि विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर मंगलवार को पुलिस रायबरेली से आरोपी को यहां ले आई।
मेडिकल के बाद करायी कोरोना जांच
आरोपी का जिला अस्पताल में पुलिस ने मेडिकल कराया जबकि कोर्ट ले जाने से पहले कोरोना की जांच भी कराई गई। उसके बाद पुलिस आरोपी को कोर्ट में ले गई।
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