संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता ने लगाई फांसी

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चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर (टीटीएन) 10 जुलाई। स्थानीय तहसील क्षेत्र अंतर्गत गुरूवार की रात थाना खेतासराय के ग्राम नदौली में विवाहिता ने घर के दालान में संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन में जुट गई है। विवाहिता के पिता ने दहेज के लिए पुत्री को मारने का आरोप सुसरालवालों पर लगाया है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के नदौली गांव में शशिकला 28 वर्ष अपने पति गुलाब चंद गौतम के साथ घर के कमरे में सोई थी। रात करीब दो बजे जब पति गुलाब की आंख खुली तो देखा कि पत्नी शशिकला नहीं थी। खोजने पर देखा कि घर के दलान के लकड़ी की कड़ी में साड़ी का फंदा लगाकर लटक रही है। पति ने घटना की सूचना पुलिस तथा पत्नी के मायके वालों को दी। स्थानीय लोगों की माने तो आत्महत्या के पीछे पति पत्नी की कलह बताई जा रही है। मृतक विवाहिता का मायका खुटहन थाना क्षेत्र के नसीरुद्दीनपुर में है। शादी 4 वर्ष पूर्व हुई थी। उनकी एक पुत्री शिवांगी 3 वर्ष है। मृतक विवाहिता के पिता ने पति गुलाब चंद गौतम पर दहेज के लिए प्रताड़ना देने और पुत्री को मारकर फांसी पर लटकाने का आरोप लगाया है। घटना की सूचना पाकर एसडीएम शाहगंज राजेश वर्मा भी मौके पर पहुंचे।

चंदन अग्रहरि
शाहगंज, जौनपुर (टीटीएन) 10 जुलाई। स्थानीय तहसील क्षेत्र अंतर्गत गुरूवार की रात थाना खेतासराय के ग्राम नदौली में विवाहिता ने घर के दालान में संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन में जुट गई है। विवाहिता के पिता ने दहेज के लिए पुत्री को मारने का आरोप सुसरालवालों पर लगाया है।

जौनपुर। भाजपा कार्यालय पर सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुये जिलाध्यक्ष श्री पुष्पराज सिंह के अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें आपातकाल पर चर्चा हुई। जिलाध्यक्ष ने कहा कि 25 जून का दिन एक विवादस्पद फैसले के लिए जाना जाता है यही वह दिन था जब देश में आपातकाल लगाने की घोषणा हुई तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जनता को बेवजह मुश्किलों के समुंदर में धकेल दिया। 25 जून, 1975 को आपातकाल की घोषणा की गई और 26 जून 1975 से 21-मार्च 1977 तक यानी 21 महीने की अवधि तक आपातकाल जारी रहा। आपातकाल के फैसले को लेकर इंदिरा गांधी द्वारा कई दलीलें दी गईं। देश को गंभीर खतरा बताया गया, लेकिन पर्दे के पीछे की कहानी कुछ और ही थी उन्होंने कहा कि हमारे जिले जौनपुर से भी कई नेता जेल गए जिसमे मुख्य रूप से पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह अल्प आयु में ही जेल गए कैलाश विश्वकर्मा जी, हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव तमाम नेता जेल गये थे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आपातकाल की नींव 12 जून 1975 को ही रख दी गई थी जब इंदिरा गांधी के खिलाफ संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के प्रत्याशी राजनारायण ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की राजनारायण ने अपनी याचिका में इंदिरा गांधी पर 6 आरोप लगाये थे 12 जून 1975 को राजनारायण की इस याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया इंदिरा गांधी को चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का दोषी पाया गया और इंदिरा गांधी के निर्वाचन को रद्द कर दिया और 6 साल तक उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी। हाईकोर्ट के फैसले के बाद इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ता इसलिए इस लटकती तलवार से बचने के लिए प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर आपात बैठक बुलाई गई। इस दौरान कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष डीके बरुआ ने इंदिरा गांधी को सुझाव दिया कि अंतिम फैसला आने तक वो कांग्रेस अध्यक्ष बन जाएं और प्रधानमंत्री की कुर्सी वह खुद संभाल लेंगे लेकिन बरुआ का यह सुझाव इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी को पसंद नहीं आया संजय की सलाह पर इंदिरा गांधी ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ 23 जून को सुप्रीम कोर्ट में अपील की सुप्रीम कोर्ट ने अगले दिन 24 जून 1975 को याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि वो इस फैसले पर पूरी तरह से रोक नहीं लगाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें प्रधानमंत्री बने रहने की अनुमति दे दी, मगर साथ ही कहा कि वो अंतिम फैसला आने तक सांसद के रूप में मतदान नहीं कर सकतीं विपक्ष के नेता सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला आने तक नैतिक तौर पर इंदिरा गांधी के इस्तीफे पर अड़ गए। एक तरफ इंदिरा गांधी कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ रहीं थीं, दूसरी तरफ विपक्ष उन्हें घेरने में जुटा हुआ था। गुजरात और बिहार में छात्रों के आंदोलन के बाद विपक्ष कांग्रेस के खिलाफ एकजुट हो गया। लोकनायक कहे जाने वाले जयप्रकाश नारायण (जेपी) की अगुआई में विपक्ष लगातार कांग्रेस सरकार पर हमला कर रहा था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अगले दिन 25 जून 1975 को दिल्ली के रामलीला मैदान में जेपी ने एक रैली का आयोजन किया जिसमे अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, आचार्य जेबी कृपलानी, मोरारजी देसाई और चंद्रशेखर जैसे तमाम दिग्गज नेता एक साथ एक मंच पर मौजूद थे। विपक्ष के बढ़ते दबाव के बीच इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 की आधी रात को तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद से इमरजेंसी के घोषणा पत्र पर दस्तखत करा लिए जिसके बाद सभी विपक्षी नेता गिरफ्तार कर लिए गए 26 जून 1975 को सुबह 6 बजे कैबिनेट की एक बैठक बुलाई गई इस बैठक के बाद इंदिरा गांधी ने ऑल इंडिया रेडियो के ऑफिस पहुंचकर देश को संबोधित किया उन्होंने कहा कि आपातकाल के पीछे आंतरिक अशांति को वजह बताई लेकिन इसके खिलाफ गहरी साजिश रची गई इसके बाद प्रेस की आजादी छीन ली गई, कई वरिष्ठ पत्रकारों को जेल भेज दिया गया अखबार तो बाद में फिर छपने लगे, लेकिन उनमें क्या छापा जा रहा है। ये पहले सरकार को बताना पड़ता था। इमरजेंसी का विरोध करने वालों को इंदिरा गांधी ने जेल भेज दिया था 21 महीने में 11 लाख लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. 21 मार्च 1977 को इमरजेंसी खत्म करने की घोषणा की गई। इंदिरा गांधी और कांग्रेस आपातकाल को संविधान के अनुसार लिए गया फैसला बताते रहे, लेकिन वास्तव में उन्होंने 1975 में संविधान द्वारा दिए गए इस अधिकार का दुरुपयोग किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंघानियां, अमित श्रीवास्तव, जिला महामंत्री शुशील मिश्रा, पीयूष गुप्ता, जिला मंत्री राजू दादा, अभय राय डीसीएफ चेयरमैन धन्यजय सिंह, भूपेंद्र पांडे, आमोद सिंह, विनीत शुक्ला, राजवीर दुर्गवंशी, रोहन सिंह, इन्द्रसेन सिंह प्रमोद, अनिल गुप्ता, प्रमोद प्रजापति, भाजयुमो जिला महामंत्री विकास ओझा, शुभम मौर्या आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

जानकारी के अनुसार क्षेत्र के नदौली गांव में शशिकला 28 वर्ष अपने पति गुलाब चंद गौतम के साथ घर के कमरे में सोई थी। रात करीब दो बजे जब पति गुलाब की आंख खुली तो देखा कि पत्नी शशिकला नहीं थी। खोजने पर देखा कि घर के दलान के लकड़ी की कड़ी में साड़ी का फंदा लगाकर लटक रही है। पति ने घटना की सूचना पुलिस तथा पत्नी के मायके वालों को दी।

जौनपुर (टीटीएन) 10 जुलाई। नोडल अधिकारी के. रवीन्द्र नायक ने नगर पंचायत मछलीशहर के वार्ड नंबर 6, 14 तथा वार्ड नंबर 03 में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित लोगों से भी सफाई व्यवस्था, फागिंग, छिड़काव की जानकारी ली। उपस्थित सभासदों, जनप्रतिनिधियों एवं आमजन ने बताया कि नगर में प्रतिदिन सुबह एवं रात्रि में सफाई का कार्य, फागिंग एवं नालियों में छिड़काव हमेशा कराया जाता है। नगर की साफ-सफाई व्यवस्था बहुत अच्छी है। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाता है। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी मछलीशहर अमिताभ यादव, अधिशासी अधिकारी अनिल कुमार सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी विजय सिंह आदि उपस्थित रहे।

स्थानीय लोगों की माने तो आत्महत्या के पीछे पति पत्नी की कलह बताई जा रही है। मृतक विवाहिता का मायका खुटहन थाना क्षेत्र के नसीरुद्दीनपुर में है। शादी 4 वर्ष पूर्व हुई थी। उनकी एक पुत्री शिवांगी 3 वर्ष है। मृतक विवाहिता के पिता ने पति गुलाब चंद गौतम पर दहेज के लिए प्रताड़ना देने और पुत्री को मारकर फांसी पर लटकाने का आरोप लगाया है। घटना की सूचना पाकर एसडीएम शाहगंज राजेश वर्मा भी मौके पर पहुंचे।

चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर (टीटीएन) 10 जुलाई। शाहगंज रेलवे स्टेशन के पास स्थित रेलवे क्रासिंग से गुरूवार की रात को फरार चल रहे 25 हजार के दो ईनामी वांछितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं उसी रात क्षेत्र के मलहज तिराहे से चार गो तश्करों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार अपर पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी के मार्गदर्शन में कोतवाली प्रभारी भारत भूषण तिवारी ने मय हमराह गुरुवार की रात शाहगंज रेलवे स्टेशन के बगल स्थित रेलवे क्रासिंग से फरार चल रहे 25 हजार के दो ईनामी बड़ागांव निवासी साकिब उर्फ शादाब पुत्र स्व. मोबीन कुरैशी व ओले उर्फ जिसान पुत्र सगीर अहमद को धर दबोचा। अभियुक्त साकिब उर्फ शादाब के पास से पुलिस ने एक तमंचा और एक 315 बोर का जिंदा कारतूस बरामद किया। कई मामलों में वांछित चल रहे उक्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान पता चला कि शाकिब उर्फ शादाब व उसके रिश्तेदारों के यहां से लोग आते हैं और गो मांस की तस्करी करते हैं। उस रात भी उक्त अभियुक्त गाय काटने के लिए ही बाहर से आए थे और उनके चार रिश्तेदार जो पहले भी गो मांस ले जाया करते थे, वे भोर में आ रहे थे। जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और घेराबंदी कर क्षेत्र के मलहज तिराहे पर मांस ले जाने हेतु वाहन का इंतजार करते हुए चार गो तस्करों गुफरान पुत्र मो. अनीस, सानुल्ला पुत्र नुरुल हसन, इनामुल हसन पुत्र नुरुल हसन और महफूज पुत्र अमीरूल हसन निवासी थाना सम्मनपुर जिला अम्बेडकरनगर को हिरासत में ले लिया। जौनपुर। जिले में बुधवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। सिकरारा क्षेत्र के शाहपुर स्थित बजरंग बली मंदिर कुटी परिसर में सपा नेता लकी यादव ने पदाधिकारियों के साथ केक काटकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का जन्मदिन मनाया। इसके साथ ही बच्चों को वस्त्र, अनाज व फल वितरित किया। उन्होंने कहा कि किसान, गांव, गरीब की लड़ाई केवल समाजवादी पार्टी ही लड़ सकती है। इस अवसर मोनू यदुवंशी, सोनू यदुवंशी, केशजीत यादव, राहुल यादव, रामनाथ यादव, तेजू यादव प्रधान, मंगल यादव, शुभम, आनन्द, मुलायम, शशिकांत, संस्कार, मेवा आदि उपस्थित रहे। जौनपुर (टीटीएन) 10 जुलाई। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने मुख्य राजस्व अधिकारी डा. सुनील वर्मा, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका राजकिशोर के साथ नगर के ओलन्दगंज में पैदल भ्रमण कर व्यापारियों द्वारा पॉलिथीन उपयोग के विरुद्ध अभियान चलाया। जिलाधिकारी ने व्यापारियों को पॉलिथीन उपयोग न करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिस दुकान पर पॉलीथिन का उपयोग करते पाया जाएगा उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई कर जुर्माना लगाया जाएगा। अभियान के दौरान शुक्रवार को दो दुकानदारों पर 500-500 रुपये का पॉलिथीन उपयोग करने पर जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा दुकानदार एवं ग्राहकों द्वारा मास्क लगाए जाने के निर्देश दिये गये। डीएम ने ईओ को निर्देश दिया कि पॉलिथीन के विरुद्ध सख्त अभियान चलाएं। साथ ही प्रचार वाहन द्वारा कोविड-19 एवं संचारी रोग अभियान के प्रति प्रचार-प्रसार करें तथा लोगों को जागरूक करें।जौनपुर (टीटीएन) 10 जुलाई। नोडल अधिकारी के. रवीन्द्र नायक ने नगर पंचायत मछलीशहर के वार्ड नंबर 6, 14 तथा वार्ड नंबर 03 में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित लोगों से भी सफाई व्यवस्था, फागिंग, छिड़काव की जानकारी ली। उपस्थित सभासदों, जनप्रतिनिधियों एवं आमजन ने बताया कि नगर में प्रतिदिन सुबह एवं रात्रि में सफाई का कार्य, फागिंग एवं नालियों में छिड़काव हमेशा कराया जाता है। नगर की साफ-सफाई व्यवस्था बहुत अच्छी है। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाता है। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी मछलीशहर अमिताभ यादव, अधिशासी अधिकारी अनिल कुमार सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी विजय सिंह आदि उपस्थित रहे।

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