जानिए आरिफ हबीब के राजनीति सफर के बारे में, मानें जाते हैं सपा के वफादार नेता
जौनपुर। छात्र जीवन से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले युवा लोकप्रिय नेता आरिफ हबीब समाजवादी पार्टी की स्थापना से अब तक पूरी निष्ठा और ईमानदारी से ढाई दशक से ज्यादा समय से पार्टी की सेवा कर रहे हैं उन्हें पार्टी का वफादार नेता भी माना जाता है पार्टी में उन्हें जो भी भूमिका मिली उसे उन्होंने हमेशा स्वीकारा और एक निष्ठावान कार्यकर्ता की तरह इसकी सेवा में लगे 2022 का विधानसभा चुनाव है ऐसा माना जा रहा है कि इस सीट से इस बार सपा किसी मुस्लिम उम्मीदवार को चेहरे बना सकती है ऐसे में आरिफ हबीब भी इसके प्रबल दावेदारों में शामिल हैं।
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यूपी के जौनपुर के सदर विधानसभा 366 के बड़े ही प्रतिष्ठित घराने से संबंधित समाजवादी पार्टी के युवा नेता आरिफ हबीब के दादा पेशे से चिकित्सक रहे और समाजसेवा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते रहे वहीं नाना मशहूर स्वतंत्रता सेनानी मौलाना निजामुद्दीन सिद्दीकी जिन्हे लोग स्वदेशी के नाम से जानते थे देश की स्वतंत्रता के संग्राम में जवाहर लाल नेहरू व महात्मा गांधी जी के सानिध्य में रहकर बड़ी लड़ाइयां लड़ी और सैकड़ों बार जेल गए, आजादी के बाद नेहरू जी के साथ ही रहे।
आरिफ हबीब के पिताजी अलीगढ़ विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की शिक्षा लेकर समाजसेवा व सियासत की शुरुआत नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव जी व कद्दावर नेता मोहम्मद आज़म ख़ान साहब के साथ की थी जनता दल के जौनपुर अल्पसंख्यक सेल के जिलाध्यक्ष पद पर रहकर 1989 में सरकार बनाकर नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव जी को पहली बार मुख्यमंत्री बनाने में अहम भूमिका निभाई।
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आरिफ हबीब के पिता बाबरी मस्ज़िद एक्शन कमेटी के आरंभ से अबतक जौनपुर इकाई के संयोजक का दायित्व निभा रहे हैं। वहीं जौनपुर के माइनॉरिटी की सर्वोच्च संस्था मरकजी सीरत कमेटी के चार बार अध्यक्ष, शहर की लोकप्रिय सामाजिक व राजनीतिक संस्था गीतांजलि के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री के दायित्व के साथ चयन मंडल के वरिष्ठ सदस्य भी हैं व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष के पद के माध्यम से व्यापारियों को भी अपना मार्गदर्शन दे रहे हैं।
उसी समय से आरिफ हबीब के मन में भी नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव जी के नेतृत्व में आस्था जगी जब आरिफ हबीब लगभग 14 वर्ष के थे जनता दल के घोषित उम्मीदवार स्व0 लालचंद मौर्य के पक्ष में प्रचार व प्रसार करते हुए अपने सियासी जीवन की शुरुआत की 4 अक्टूबर 1992 में पार्टी स्थापना से अब तक पार्टी से जुड़कर सियासत की लंबी पारी खेलते हुए 1994-95 वे में समाजवादी छात्र सभा पूर्वांचल इकाई के सचिव, 1997 वे में महासचिव का दायित्व 2000 में सदर विधानसभा जौनपुर अंतर्गत नगर इकाई के सचिव, 2005 में पुन: नगर सचिव व प्रवक्ता के पद पर रहकर कार्य किया।
2011 से 2014 तक गोपालपुर के विधायक तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष युवजन सभा श्री नफीस अहमद की कमेटी में समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश सचिव के पद पर रहकर पार्टी के समस्त कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे और आज भी जिला समाजवादी पार्टी के विशेष आमंत्रित सदस्य व सदर विधानसभा समाजवादी पार्टी के भी विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय, प्रदेश व जिला इकाई के हर निर्देश का पालन सक्रियता के साथ कर रहे हैं।
विपक्ष में रहकर पार्टी के समस्त आंदोलनों, कार्यक्रमों में उपस्थित रहकर जेल भरो आन्दोलन में कई बार जेल भी गए. पार्टी के विपक्ष के दिनों में हर तरीके के धरना प्रदर्शन जैसे तू तू दिवस घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन महंगाई के विरोध प्रदर्शन जेल भरो आंदोलन जन समस्याओं को लेकर के लगातार संघर्ष करता रहा लाठी जेल जाने का काम भी किया गया।
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