गाजे-बाजे के साथ निकाली गई कलश यात्रा
गाजे-बाजे के साथ निकाली गई कलश यात्रा
आदित्य
मुसाफिरखाना, अमेठी। सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा से पूर्व गाजे-बाजे के साथ भव्य मंगल कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें सैकड़ों भक्तगण शामिल हुए। विकासखण्ड मुसाफिरखाना के अंतर्गत पूरे समदरिया दुबे का पुरवा अढनपुर गांव के कृष्णदत्त दुबे द्वारा सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें श्रीधाम अयोध्या से आए कथावाचक पंडित गरुणेश महराज द्वारा प्रतिदिन सांय 3 से 6 बजे तक कथा कार्यक्रम किया जाएगा।
जहां सभी भक्तगण कथा श्रवण करने पहुचेंगे। वही कथा से पूर्व सोमवार को एक भव्य कलश यात्रा निकाली गई जहां मुख्य यजमान केसरी कुमार दुबे व सुभद्रा दुबे सहित सैकडों भक्तगण पूरे समदरिया दुबे का पुरवा गांव से चलकर आदि गंगा गोमती के तट पर स्थित कोछित गांव के दण्डेश्वर धाम पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों भक्तगण बैड बाजे की धुन पर नाचते व भक्ति गीत का गायन करते नजर आए।
वहीं सैकडों महिलाएं मंगल कलश सिर पर धारण कर प्रभु का गुणगान करते हुए चल रही थी। यह कलश यात्रा अढनपुर ग्राम पंचायत के विभिन्न गांवों से होती हुई दण्डेश्वर धाम पहुंची, जहां से जल ग्रहण कर पुनः कथा स्थल पर पहुंचकर समाप्त हो गई। आचार्य वेद नाथ पाठक ने कहा कि श्रीमद्भागवत के अनुसरण से भक्त का कल्याण होता है और जीवन में सुख व शांति का अनुभव होता है। श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने का अवसर बड़ा ही सौभाग्य से प्राप्त होता है। इस मौके पर अशोक दुबे, राजकुमार दुबे, सतीश दुबे, लकी दुबे, कार्तिक दुबे, अंजली, खुशी, शिवांशी, भूमि समेत तमाम भक्तगण शामिल रहे।
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