Jaunpur News : लेखपाल व चपरासी के भरोसे चल रही तहसील, जिम्मेदार मौन?
तहसीलदार की शह पर कस्बा लेखपाल धड़ल्ले से कर रहा धनउगाही
राशन कार्ड सत्यापन में लेखपाल का निर्धारित रेट
विपिन मौर्य एडवोकेट
मछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय तहसील का एक कस्बा लेखपाल दीपक सिंह किसी भी मामले की रिपोर्ट देने के लिए आम जनता से काफी मोटी रकम वसूलता है। पैसा लेने के बावजूद भी लेखपाल दीपक सिंह द्वारा रिपोर्ट देने में हीला-हवाली की जाती है। लेखपाल की सबसे गंदी आदत यह है कि लोगों से पैसा लेने के बावजूद भी महिनों तक दौड़ाता रहता है। वहीं कस्बे का ही एक मामला प्रकाश में आया है। मोहल्ला शादीगंज दक्षिणी एक बैनामाशुदा जमीन की रिपोर्ट उपजिलाधिकारी द्वारा महीनों पहले मांगी गई जिसमें लेखपाल ने लौकी का मोबाइल है। 3 बार बिजीट किया लेकिन आज तक दीपक सिंह ने रिपोर्ट नहीं दिया जबकि प्रार्थी सियाराम से लेखपाल हजार रुपए से ऊपर ले भी लिया है लेकिन उसे आजकल का बहाना देकर हर बार टाल देता है।
जब इसकी शिकायत सियाराम ने खुद उपजिलाधिकारी और तहसीलदार से की तो उन्होंने हर बार आश्वासन देकर ही टाल दिया। चलो देखते हैं। आपका काम हो जाएगा। लेखपाल और तहसीलदार की मिलीभगत से जनता का काम नहीं हो पा रहा है। वादकारी सहित आमजन परेशान है। आए दिन लेखपाल दीपक सिंह मासूम जनता के ऊपर यह धौंस जमाता है कि सरकार हमारी है।
कोई क्या कर लेगा हमारा। जहां मन करे, वहां हमारी शिकायत करो। हम रोकने नहीं जाएंगे। उक्त लेखपाल की गूरुर भरी बातों से यह साफ प्रतीत हो रहा है कि इस लेखपाल को तहसीलदार मछलीशहर का आशीर्वाद प्राप्त है। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश की सरकार दिन रात एक करके सभी को जोड़ने में लगी है, वहीं दूसरी तरफ उसी सरकार के अधिकारी व कर्मचारी सरकार की 5 साल की मेहनत पर जमकर पानी फेरने पर लगे हुए हैं।
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