Jaunpur News : अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला बयालसी महाविद्यालय में सम्पन्न
Jaunpur News : अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला बयालसी महाविद्यालय में सम्पन्न
अतुल राय
जलालपुर, जौनपुर। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार को बयालसी महाविद्यालय जलालपुर में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के योगदान को अभिव्यक्त करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से आयोजित हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डा. आनंद शंकर चौधरी ने की। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में रानी लक्ष्मी बाई की भूमिका, झांसी के किले की संरचना पर चर्चा के साथ सुभद्रा कुमारी चौहान की रचना में प्रयुक्त हुए शब्द “मर्दानी” का स्त्रीवादी परिप्रेक्ष्य से विश्लेषण किया। मंच संचालन डा. अल्केश्वरी सिंह ने किया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में मनीष त्यागी, (सीनियर रिसर्च स्कालर- समाज शास्त्र एवं मानव शास्त्र विभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमर कंटक मध्य प्रदेश) ने रानी लक्ष्मीबाई से जुड़े हुए साहित्य का विश्लेषण करते हुए गांव के स्थानीय प्रशासनिक ढांचे और दत्तक पुत्र प्रथा पर प्रकाश डाला। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई के योगदान को दर्शाते हुए समस्याओं के निदान में सामाजिक मंच की भूमिका पर परिचर्चा की।
दूसरे वक्ता श्री प्रकाश चंद कसेरा (असिस्टेंट प्रोफेसर शिक्षा शास्त्र विभाग) ने रानी लक्ष्मीबाई से के जीवन, उनके बाल विवाह और मृत्युदंड प्रक्रिया में सुधार के साथ महिला सशक्तिकरण से जुड़े हुए पक्षों का विश्लेषण किया। इस कार्यक्रम के तीसरे वक्ता के रूप में सतीश कुमार (शोधार्थी, इतिहास विभाग, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय) ने इतिहास विश्लेषण के परिप्रेक्ष्य, विभिन्न विचार धाराओं के प्रकार के माध्यम से रानी लक्ष्मीबाई के जीवन से जुड़ी हुई घटनाओं का विश्लेषण किया। इस कार्यक्रम के चौथे वक्ता डा. राकेश गुप्ता ने स्थानीय स्तर पर प्रचलित लोक गीतों, सिनेमा और समाज में प्रचलित रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका को उजागर किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डा. अखिलेश चन्द्र सेठ, डा. संजय नारायण सिंह, डा. आशुतोष पांडेय, सफीउल्लाह अंसारी, हिमांशु कुमार के साथ सैकड़ों प्रतिभागी उपस्थित रहे। अनिल कुमार ने इस कार्यक्रम की सैद्धांतिक प्रगति आख्या का प्रस्तुतीकरण के साथ कार्यक्रम सलाहकार एवं तकनीकि प्रबंधन की भूमिका निर्वहित की। जगत नारायण सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित हुए सभी अतिथियों मुख्य वक्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसकी औपचारिक समाप्ति की घोषणा किया।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।